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'TMC को बदनाम करने की कोशिश कर रही है CBI', निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र, जानें और क्या कहा? - Lok Sabha Election 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024

West Bengal: टीएमसी ने संदेशखाली में सीबीआई के एक्शन को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है. साथ पार्टी ने आरोप लगाया कि सीबीआई उसे बदनाम करना चाहती है.

Mamata Banerjee
ममता बनर्जी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 27, 2024, 12:00 PM IST

Updated : Apr 27, 2024, 2:40 PM IST

TMC Complaint Against CBI: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में सीबीआई ने शुक्रवार को कई जगह छापेमारी की. इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में पार्टी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से चुनाव के दिन संदेशखाली में छापेमारी करने को लेकर सीबीआई के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.

पार्टी ने अपने पत्र में कहा केंद्रीय जांच एजेंसियां तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान दबाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने इस बारे में आपको पहले भी अवगत कराया है. हालांकि, बार-बार शिकायत करने के बावजूद आपके कार्यालय ने आंखें मूंद रखी हैं, जबकि केंद्रीय जांच एजेंसियां देशभर में खासकर चुनाव के दौरान कहर बरपा रही हैं.

सीबीआई ने जानबूझकर मारा छापा
लेटर में आगे लिखा है, 'लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दिन सीबीआई ने जानबूझकर संदेशखाली में एक खाली स्थान पर जानबूझकर छापा मारा. मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि सीबीआई ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के बम निरोधक दस्ते सहित अतिरिक्त बलों को बुलाया है. यह भी बताया गया है कि ऐसी छापेमारी के दौरान एक घर से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है.'

राज्य सरकार को नहीं दिया नोटिस
पार्टी ने कहा कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह से राज्य सरकार के दायरे में आता है, लेकिन सीबीआई ने छापेमारी करने से पहले इस संबंध में न तो राज्य सरकार और न ही पुलिस अधिकारियों को कोई नोटिस जारी किया. इसके अलावा राज्य पुलिस के पास एक पूरी तरह कार्यात्मक बम निरोधक दस्ता है जो पूरे ऑपरेशन में सहायता कर सकता था. हालांकि, सीबीआई ने ऐसी कोई सहायता नहीं मांगी.

टीएमसी को बदनाम करने की साजिश
टीएमसी ने लिखा यह जानकर और भी आश्चर्य हुआ कि इस तरह की छापेमारी के दौरान राज्य प्रशासन के मौके पर पहुंचने से पहले ही मीडिया कर्मी मौजूद थे. ऐसे में देशभर में यह खबर पहले से ही थी कि छापे के दौरान हथियार बरामद किए गए.

निश्चित रूप से यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या ये हथियार वास्तव में तलाशी के दौरान बरामद किए गए थे या फिर उन्हें सीबीआई/एनएसजी ने गुप्त रूप से रखा गया था. इसे देखकर लगता है कि सीबीआई ने जानबूझकर मीडिया को पहले से ही सूचित कर दिया था, ताकि चुनाव के दौरान टीएमसी और उसके उम्मीदवारों की देशभर में निंदा हो और उन्हें बदनाम किया जा सके.

सीबीआई ने बरामद किए हथियार
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के खिलाफ हिंसा से संबंधित एक मामले में सीबीआई ने संदेशखाली में तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान सीबीआई ने विदेशी निर्मित पिस्तौल और रिवॉल्वर सहित बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया.

यह भी पढ़ें- West Bengal: 'तृणमूल कांग्रेस को घोषित किया जाए आतंकी संगठन', शुभेंदु अधिकारी ने की मांग - Suvendu Adhikari Targets TMC

TMC Complaint Against CBI: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में सीबीआई ने शुक्रवार को कई जगह छापेमारी की. इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है. पत्र में पार्टी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से चुनाव के दिन संदेशखाली में छापेमारी करने को लेकर सीबीआई के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.

पार्टी ने अपने पत्र में कहा केंद्रीय जांच एजेंसियां तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान दबाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने इस बारे में आपको पहले भी अवगत कराया है. हालांकि, बार-बार शिकायत करने के बावजूद आपके कार्यालय ने आंखें मूंद रखी हैं, जबकि केंद्रीय जांच एजेंसियां देशभर में खासकर चुनाव के दौरान कहर बरपा रही हैं.

सीबीआई ने जानबूझकर मारा छापा
लेटर में आगे लिखा है, 'लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दिन सीबीआई ने जानबूझकर संदेशखाली में एक खाली स्थान पर जानबूझकर छापा मारा. मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि सीबीआई ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के बम निरोधक दस्ते सहित अतिरिक्त बलों को बुलाया है. यह भी बताया गया है कि ऐसी छापेमारी के दौरान एक घर से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है.'

राज्य सरकार को नहीं दिया नोटिस
पार्टी ने कहा कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह से राज्य सरकार के दायरे में आता है, लेकिन सीबीआई ने छापेमारी करने से पहले इस संबंध में न तो राज्य सरकार और न ही पुलिस अधिकारियों को कोई नोटिस जारी किया. इसके अलावा राज्य पुलिस के पास एक पूरी तरह कार्यात्मक बम निरोधक दस्ता है जो पूरे ऑपरेशन में सहायता कर सकता था. हालांकि, सीबीआई ने ऐसी कोई सहायता नहीं मांगी.

टीएमसी को बदनाम करने की साजिश
टीएमसी ने लिखा यह जानकर और भी आश्चर्य हुआ कि इस तरह की छापेमारी के दौरान राज्य प्रशासन के मौके पर पहुंचने से पहले ही मीडिया कर्मी मौजूद थे. ऐसे में देशभर में यह खबर पहले से ही थी कि छापे के दौरान हथियार बरामद किए गए.

निश्चित रूप से यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि क्या ये हथियार वास्तव में तलाशी के दौरान बरामद किए गए थे या फिर उन्हें सीबीआई/एनएसजी ने गुप्त रूप से रखा गया था. इसे देखकर लगता है कि सीबीआई ने जानबूझकर मीडिया को पहले से ही सूचित कर दिया था, ताकि चुनाव के दौरान टीएमसी और उसके उम्मीदवारों की देशभर में निंदा हो और उन्हें बदनाम किया जा सके.

सीबीआई ने बरामद किए हथियार
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के खिलाफ हिंसा से संबंधित एक मामले में सीबीआई ने संदेशखाली में तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान सीबीआई ने विदेशी निर्मित पिस्तौल और रिवॉल्वर सहित बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया.

यह भी पढ़ें- West Bengal: 'तृणमूल कांग्रेस को घोषित किया जाए आतंकी संगठन', शुभेंदु अधिकारी ने की मांग - Suvendu Adhikari Targets TMC

Last Updated : Apr 27, 2024, 2:40 PM IST
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