रांची: लोकसभा चुनाव का रिजल्ट घोषित हो चुका है. झारखंड में एनडीए ने 9 सीट तो इंडिया गठबंधन ने 5 सीटें जीतीं. कई रिजल्ट चौंकाने वाले भी हुए. वीआईपी कैंडिडेट माने जा रहे कई प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा. इसमें सबसे बड़ा नाम केंद्रीय अर्जुन मुंडा का है. जिन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा. ऐसे ही झारखंड की पांच वीआईपी सीटों के परिणाम पर नजर डालते हैं.
खूंटी लोकसभा सीट: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के चुनाव लड़ने से यह सीट झारखंड की सबसे बड़ी हॉट सीट बन गई. अर्जुन मुंडा का मुकाबला कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से था. जिसमें कालीचरण मुंडा ने बाजी मार ली. अर्जुन मुंडा को 361972 वोट मिले. वहीं कालीचरण मुंडा को 511647 वोट मिले.
गोड्डा लोकसभा सीट: भाजपा ने गोड्डा से लगातार चौथी बार निशिकांत दुबे को अपना प्रत्याशी बनाया. निशिकांत दुबे ने भी पार्टी को निराश नहीं किया और उन्होंने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की, इसके साथ ही वे लगातार चार बार के गोड्डा के सांसद भी बन गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप यादव को हराया.
दुमका लोकसभा सीट: दुमका लोकसभा सीट भाजपा के साथ ही सोरेन परिवार के लिए भी नाक की लड़ाई थी. भाजपा को अपनी सीट बचानी थी तो झामुमो को अपनी खोई सीट वापस पानी थी. भाजपा ने सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया. जिसके बाद झामुमो की ओर से नलिन सोरेन को मैदान में उतारा गया. दोनों के बीच अंत में नलिन सोरेन ने बाजी मार ली. झामुमो ने अपनी खोई हुई सीट वापस पा ली.
कोडरमा लोकसभा सीट: कोडरमा लोकसभा सीट से अन्नपूर्णा देवी चुनाव मैदान में थी. वह भाजपा की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री हैं. उनके चुनाव लड़ने से यह सीट हॉट सीट बन गई. उनके खिलाफ इंडिया गठबंधन की ओर से भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाया गया. जिसमें अन्नपूर्णा देवी ने जीत दर्ज कर ली.
सिंहभूम लोकसभा सीट: सिंहभूम लोकसभा सीट से भाजपा ने गीता कोड़ा को अपना प्रत्याशी बनाया था. गीता कोड़ा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुईं थी. जिसके खिलाफ झामुमो ने जोबा मांझी को मैदान में उतारा. आखिर झामुमो का फैसला सही साबित हुआ और जोबा मांझी की जीत हुई.
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