श्रीनगर : प्रतिबंधित जमात ए इस्लामी (जेईआई) के पूर्व महासचिव गुलाम कादिर लोन ने बारामूला लोकसभा सीट के लिए कुपवाड़ा में अपना वोट डालने के बाद उम्मीद जताई कि 1987 की चुनावी कदाचार को दोहराया नहीं जाएगा. उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया.
अठारह विधानसभा क्षेत्र वाली इस सीट पर 17,37,865 मतदाता 23 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. 1987 के चुनावों में हुई धांधली पर विचार करते हुए लोन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने अधिकारियों से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए कहा, '1987 की धांधली को काफी समय बीत चुका है. मुझे उम्मीद है कि इसे दोबारा नहीं दोहराया जाएगा.'
लोन ने युवाओं से मतदान के लिए पंजीकरण कराकर लोकतंत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया. उन्होंने उस महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला जो युवा चुनावी प्रक्रिया में अपनी भागीदारी के माध्यम से भविष्य को आकार देने में निभा सकते हैं.
कुछ राजनीतिक दलों पर बैन को लेकर लोन ने अपनी चिंता व्यक्त की, उन्होंने बैन हटाए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि 'अगर बैन हटा लिया जाएगा तो वह विधानसभा चुनाव में भाग लेंगे.' गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने जमात-ए-इस्लामी पर 2019 में बैन लगा दिया था.