हैदराबाद: लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा ने जीत का खाता खोल लिया है. भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल को गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से निर्विरोध विजयी घोषित किया गया है. नामांकन पत्र में गड़बड़ी होने के चलते कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभाणी और पार्टी के डमी उम्मीदवार सुरेश पलसाडा का पर्चा खारिज हो गया था. साथ ही अन्य उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया था.
चुनाव से पहले भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल की जीत की चर्चा पूरे देश में हो रही है. वह संसदीय चुनाव में निर्विरोध जीतने वाले पहले भाजपा नेता हैं. हालांकि, 1951 से लेकर अब तक कम से कम 35 उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में निर्विरोध जीत चुके हैं. समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव 2012 में कन्नौज लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में निर्विरोध जीती थीं. यह सीट उनके पति अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी. इससे पहले 1989 में हुए आम चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के मोहम्मद शफी भट जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर संसदीय सीट पर निर्विरोध चुने गए थे.
लोकसभा चुनाव में निर्विरोध जीतने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में वाईबी चव्हाण, फारूक अब्दुल्ला, हरे कृष्ण महताब, टीटी कृष्णामाचारी, पीएम सईद और एससी जमीर शामिल हैं. सिक्किम और श्रीनगर संसदीय सीट पर दो बार निर्विरोध चुनाव हुए हैं. डिंपल यादव समेत नौ उम्मीदवारों ने उपचुनावों में निर्विरोध जीत हासिल की है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला 1980 में श्रीनगर से निर्विरोध चुने गए थे.
1957 में हुए लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक सात उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीते थे. 1951 और 1967 के आम चुनावों में पांच-पांच उम्मीदवार निर्विरोध जीते थे. जबकि 1962 में तीन और 1977 में दो उम्मीदवार निर्विरोध जीते थे. 1971, 1980 और 1989 में एक-एक उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए.
मुकेश दलाल की जीत पर विवाद
वहीं, मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत पर सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं ने निर्वाचन अधिकारी के फैसले की आलोचना की. राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीनकर संविधान खत्म करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने एक्स पर लिखा, तानाशाह की असली 'सूरत' एक बार फिर देश के सामने है! जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है. मैं एक बार फिर कह रहा हूं - यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है.
अब भाजपा ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है. राहुल के संविधान खत्म करने के आरोप पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सूरत का चुनाव कोई पहला मामला नहीं है. देश के संसदीय इतिहास में अब तक 35 उम्मीदवार निर्विरोध जीत चुके हैं.
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