श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर सरकार ने शराब की दुकानों की हालिया नीलामी में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. वित्तीय वर्ष 2024 में राजस्व बढ़कर 2280 करोड़ रुपये हो गया है. काजीगुंड इलाके में शराब दुकानों के लिए 5.23 करोड़ की रिकॉर्ड तोड़ बोली में लगी. रिपोर्टों के अनुसार नीलामी के दौरान बोली-प्रक्रिया में काफी उत्साह देखी गई.
यह ऐतिहासिक बोली न केवल पूर्ववर्ती राज्य में अब तक की सबसे ऊंची बोली है, बल्कि क्षेत्र के शराब उद्योग में बढ़ती निवेश रुचि को भी उजागर करती है. इसी तरह उधमपुर के रामनगर में एक दुकान से 3.41 करोड़ रुपये कमाए. आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार पिछले वर्षों की तुलना में राजस्व में यह पर्याप्त वृद्धि, राज्य की संशोधित उत्पाद शुल्क नीति को रेखांकित करती है. इसे नीलामी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और राजस्व सृजन बढ़ाने के लिए तीन साल पहले लागू किया गया था.
संबंधित अधिकारियों का कहना है कि हम अनुकूल कारोबारी माहौल को बढ़ावा देने और नीलामी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. नीलामी की सफलता की कहानी पिछले कुछ वर्षों में उत्पाद शुल्क राजस्व में लगातार वृद्धि से और अधिक रेखांकित होती है. वर्ष 2020 में विभाग ने 1320 करोड़ रुपये की कमाई दर्ज की. इसके बाद 2021 में 1353 करोड़ रुपये, 2022 में 1777 करोड़ रुपये और 2023 में 1796 करोड़ रुपये की कमाई की, जो 2024 में 2280 करोड़ रुपये के ऐतिहासिक मील के पत्थर तक पहुंच गई. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 38 शराब की दुकानों की नीलामी होनी बाकी है.