जम्मू/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में रातभर हुई बारिश के कारण हुए कई भूस्खलनों के बाद सोमवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यह राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से हर मौसम में जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है, जो रामबन जिले के मेहर, गंगरू, मोम पासी और किश्तवारी पाथेर में भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गई.
उन्होंने कहा कि बारिश जारी है, जिससे मलबे को हटाने के काम में बाधा आ रही है. उन्होंने यात्रियों को मलबा साफ होने तक राजमार्ग पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी है. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड पीर की गली और आसपास के इलाकों में बर्फबारी के कारण तीसरे दिन भी बंद रहा.
लगातार बारिश के बीच किश्तवाड़ में अधिकारियों ने जिले में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. एक अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम को देखते हुए एहतियातन कक्षाओं को दिन भर के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ शहर में पानी की आपूर्ति बहाल करने के प्रयास जारी हैं. हुंजला में नायगढ़ जल आपूर्ति योजना के मुख्य 250 मिमी व्यास वाले जलापूर्ति पाइपों को नुकसान पहुंचने के बाद रविवार को इसे बंद कर दिया गया. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि किश्तवाड़ के बाशा-सिंबूल गांव में भूस्खलन के कारण दो घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि रात भर रामबन और सांबा जिलों में बिजली गिरने और बाढ़ की घटनाओं में दर्जनों पशु मारे गए. जम्मू - कश्मीर के कई हिस्सों में सोमवार को दूसरे दिन भी बारिश हुई.
सज्जाद लोन ने कश्मीर घाटी में बाढ़ की चिंताओं के बीच त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया
कश्मीर घाटी में बाढ़ जैसी चिंताजनक स्थिति पर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने सोमवार को प्रशासन से निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों की सुरक्षा के लिए प्रयास तेज करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने की सुविधा प्रदान करें. स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, लोन ने स्थानीय आबादी को खराब मौसम की मार से बचाने के लिए प्रशासन को अपने प्रयासों को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कश्मीर संभाग के गांवों और कस्बों के जलमग्न होने की खबरों ने निवासियों की सुरक्षा को लेकर आशंकाएं बढ़ा दी हैं.
लोन ने कहा कि मुझे कुपवाड़ा, बांदीपुरा, सोपोर और यहां तक कि श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों सहित विभिन्न जिलों से संकटपूर्ण कॉल आ रही हैं, जहां समुदाय महत्वपूर्ण जलजमाव से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जीवन और संपत्ति के संभावित खतरे के कारण प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई की जरूरत है. उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले प्रशासन से सभी संबंधित विभागों को तेजी से सक्रिय करने का आह्वान करते हुए लोन ने प्रभावी समन्वय और त्वरित कार्रवाई की अनिवार्यता पर जोर दिया. उन्होंने उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल टीमों की तैयारियों पर भी प्रकाश डाला.