कावरथी: लक्षद्वीप से कांग्रेस उम्मीदवार हमदुल्ला सईद ने जीत हासिल कर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से सीट छीन ली है. उन्होंने इंडिया फ्रंट के घटक दलों के बीच कांटे की टक्कर में मौजूदा सांसद मोहम्मद फैजल पीपी को हराया. पिछले दो आम चुनावों में एनसीपी उम्मीदवार ने इस द्वीप से जीत हासिल की थी. लक्षद्वीप में, जहां केवल 48468 मतदाता थे, मतगणना छह राउंड में हुई. हमदुल्ला सईद ने पहले राउंड से ही अपनी बढ़त बनाए रखी और 2700 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की.
लंबे समय से लक्षद्वीप के सांसद और लोकसभा के उपाध्यक्ष पीएम सईद के बेटे हमदुल्ला सईद 2009 में लक्षद्वीप से लोकसभा के सदस्य थे. लक्षद्वीप के एंड्रोथ द्वीप के मूल निवासी हमदुल्ला सईद के लिए यह एक मीठा बदला है. 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार हमदुल्ला सईद महज 823 वोटों से हारे और 2014 में मोहम्मद फैसल से 1535 वोटों से हारे थे. एनसीपी में विभाजन के बाद शरद पवार गुट का साथ देने वाले मोहम्मद फैसल को पार्टी का आधिकारिक चुनाव चिन्ह घड़ी नहीं मिला. एनसीपी अजित पवार गुट को घड़ी का चुनाव चिन्ह मिला. कांग्रेस खेमे में उम्मीद थी कि एनसीपी में विभाजन से इस बार द्वीप पर जीत मिलेगी. भाजपा ने एनसीपी अजित पवार गुट का समर्थन किया.
एनसीपी अजित पवार गुट लक्षद्वीप में सुन्नी संगठन के जाने-माने धार्मिक विद्वान और नेता यूसुफ टीपी को मैदान में उतारने के बाद भी द्वीप में कोई हलचल नहीं कर सका, जो जमीयत शुबानुसुन्निया संगठन के संस्थापक नेता, इमाम और कदमथ द्वीप के मदरसा शिक्षक हैं. पीएम नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने का अभियान द्वीप निर्वाचन क्षेत्र में काम नहीं आया. भाजपा समर्थित एनसीपी उम्मीदवार सिर्फ 200 वोट हासिल करने में कामयाब रहे.