कोटा : शहर में भारतीय सेना के पराक्रम और आधुनिक सैन्य शक्ति का भव्य प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. दक्षिण-पश्चिमी कमांड के अलंकरण समारोह के तहत आयोजित "नो योवर आर्मी" इवेंट में सेना के आधुनिक हथियारों, टैंकों, तोपों और सर्विलांस सिस्टम की प्रदर्शनी लगाई गई है. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य देशवासियों, खासकर युवाओं को भारतीय सेना की ताकत से परिचित कराना और उनमें देशभक्ति की भावना को बढ़ाना है.
इस प्रदर्शनी में रोबोटिक म्युल, इंडियन आर्मी के टैंक, आर्टिलरी गन, रडार, तोप, सर्विलांस और मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे अत्याधुनिक हथियार प्रदर्शित किए गए. भारतीय सेना की यह सैन्य शक्ति देख हर उम्र के लोगों में उत्साह और गर्व की भावना देखने को मिली. इस प्रदर्शनी में मेड इन इंडिया हथियारों के साथ-साथ रूस और अन्य मित्र राष्ट्रों द्वारा निर्मित सैन्य उपकरण भी शामिल किए गए.
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युद्ध कौशल का अद्भुत प्रदर्शन : इस आयोजन में सेना के वीर जवानों ने मलखंभ का अद्भुत प्रदर्शन किया. इसके अलावा, केरल की प्राचीन युद्धकला कलरीपायट्टु, वीर मराठाओं का मलखंभ और गटका युद्धकला के हैरतअंगेज करतब दिखाए गए. इन शानदार प्रस्तुतियों ने दर्शकों को अचंभित कर दिया. रणभेरी की गर्जना और शस्त्रों की टंकार से प्रदर्शनी क्षेत्र का पूरा वातावरण रोमांचित हो उठा. गटका सिख योद्धाओं ने युद्धकला का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए आग उगलने, तलवारबाजी तथा विभिन्न अस्त्र-शस्त्र संचालन की हैरतअंगेज झलकियां प्रस्तुत की, जिससे लोगों ने दांतो तले उंगलियां दबा ली. वहीं, कलरीपायट्टु में तलवार, कटार, भाला, मुकद्दर, मंजीरा और अन्य पारंपरिक शस्त्रों के माध्यम से युद्धकला का प्रदर्शन किया गया. इस भव्य प्रदर्शनी में भारतीय सेना की उन्नत सैन्य तकनीकों और घातक हथियारों की झलक भी पेश की गई. इनमें प्रमुख रूप से ये हथियार शामिल हैं.
![रोबोटिक म्युल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17-02-2025/23560855_info32.jpg)
रोबोटिक म्युल : डॉग के आकार में बना यह अत्याधुनिक रोबोटिक उपकरण दुश्मन क्षेत्र में सर्विलांस करने में सक्षम है. इसमें पांच उच्च-गुणवत्ता वाले कैमरे लगे हैं, जो 1 टेराबाइट तक डेटा स्टोर कर सकते हैं. यह 52 किलोग्राम वजनी उपकरण लगातार 2 घंटे तक ऑपरेट कर सकता है.
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मिनी रिमोटली पायलेटेड एयरक्राफ्ट सिस्टम : यह ड्रोन आधारित सर्विलांस सिस्टम जमीनी सतह पर 1500 मीटर और समुद्र के ऊपर 5000 मीटर तक उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 15 किलोमीटर तक की है और यह दुश्मन के इलाके में जाकर उनकी गतिविधियों को रिकॉर्ड करने में सक्षम है.
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105 एमएम इंडियन फील्ड गन : भारत में निर्मित इन तोपों की टारगेट रेंज 17.5 किलोमीटर तक है. इनका उपयोग हेलीकॉप्टर द्वारा युद्धक्षेत्र में तैनाती के लिए भी किया जा सकता है.
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130 एमएम एम-46 रूसी एफडी गन : रूसी तकनीक से बनी यह तोप 27 किलोमीटर तक सटीक निशाना लगाने में सक्षम है. इसका वजन 7700 किलोग्राम है और इसे ट्रक द्वारा युद्ध क्षेत्र तक ले जाया जाता है.
![KNOW YOUR ARMY](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17-02-2025/23560855_info7.jpg)
17 एम एमओबी मास्ट : यह एक उच्च तकनीक वीडियो सर्विलेंस सिस्टम है, जो 40 किलोमीटर तक दुश्मन की गतिविधियों पर आसानी से नजर रख सकता है. इसमें 20 किलोमीटर दूर तक की स्पष्ट छवियों को कैप्चर करने की क्षमता है.
![KNOW YOUR ARMY](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17-02-2025/23560855_info1.jpg)
वेपन लोकेटर रडार "स्वाति": भारतीय सेना के इस अनूठे रडार सिस्टम की विशेषता यह है कि यह 4 से 40 किलोमीटर तक दुश्मन के हथियारों की लोकेशन को ट्रैक कर सकता है और उनके सटीक स्थान की जानकारी सेना को देता है. यह भारतीय सेना की युद्ध रणनीति को और अधिक प्रभावशाली बनाता है.
![KNOW YOUR ARMY](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17-02-2025/23560855_info2.jpg)
बीआर एएसएलटी मेकैनिकली लॉन्च्ड "सर्वत्र" : यह एक विकल्प पर बना हुआ उपकरण है जो की ब्रिज का रूप ले लेता है. किसी भी समय वाहनों को इस पर से क्रॉस करवाया जा सकता है. कहीं पर ज्यादा गहरे गड्ढे या पानी से भरे हुए रास्ते से क्रॉस करने पर यह प्रयोग में लिया जाता है. इसकी ऊंचाई 2.5 से 6 मीटर तक होती है. इसका एक स्थान करीब 15 मीटर लंबा है. यह 75 मीटर लंबा सेट बन सकता है. इस पर से भारी मिलट्री व्हीकल्स यहां तक की टैंक भी गुजर सकता है. इसकी हाइट को एडजस्ट किया जा सकता है.
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देशभक्ति की भावना को सशक्त बनाने का उद्देश्य : इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में भारतीय सेना के प्रति आकर्षण और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना है. सेना के अधिकारियों के अनुसार, यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए भी खुली है. मंगलवार को सुबह 9:30 बजे से यहां प्रवेश दिया जाएगा और 9:45 बजे प्रवेश द्वार बंद कर दिया जाएगा. आम नागरिक अपने पहचान पत्र के साथ चित्तौड़गढ़ गेट से प्रवेश कर भारतीय सेना के इस गौरवशाली आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं.
भारतीय सेना की शक्ति और दृढ़ संकल्प : भारतीय सेना विश्व की सबसे अनुशासित और ताकतवर सेनाओं में से एक है. यह केवल युद्ध के मैदान में ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं और मानवीय संकटों के समय भी देशवासियों के साथ खड़ी रहती है. चाहे सीमाओं की रक्षा करनी हो या देश के भीतर आपदा राहत कार्य, भारतीय सेना हमेशा तत्पर रहती है. भारत के वीर सैनिकों का साहस और पराक्रम सदैव प्रेरणा का स्रोत रहा है. वे अपनी जान की परवाह किए बिना मातृभूमि की रक्षा में तत्पर रहते हैं. आधुनिक तकनीक और रणनीतियों के साथ भारतीय सेना लगातार अपनी क्षमताओं का विस्तार कर रही है.
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सेना के इस आयोजन ने न केवल सैन्य तकनीक और युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में कितनी प्रगति कर चुका है. इस आयोजन से युवाओं को सेना में भर्ती होने और देश की सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी. "नो योवर आर्मी" इवेंट ने भारतीय सेना की शौर्य गाथा, युद्धकला का प्रदर्शन और अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों की झलक ने देशवासियों में गर्व की अनुभूति कराई. यह आयोजन न केवल भारतीय सेना की ताकत को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि हमारी सेना भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है.