वायनाड: केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड के चलते मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा जानकारी के मुताबिक शनिवार को 340 की मौत की खबर सामने आई है. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है. बता दें, लैंडस्लाइड में फंसे लोगों को ढूंढने में करीब 1300 से अधिक बचावकर्मी लगे हैं. वहीं, सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं.
चुरलमाला और मुंडाकाई में आज शनिवार को पांचवें दिन भी तलाशी अभियान जारी है. बताया जा रहा है कि अभी भी दो सौ से ज्यादा लोगों का पता नहीं चल पाया है. 30 जुलाई को वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई में दो बड़े भूस्खलन हुए, जिससे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तबाही हुई और जान-माल का नुकसान हुआ.
#WATCH | Lieutenant Colonel Vikas Rana says, " today also we have the same plan like yesterday, we have divided different zones and teams have left for the zones, scientists and sniffer dogs have also gone along with the teams...locals are supporting us in the search and rescue… pic.twitter.com/PsAvvTAuKW
— ANI (@ANI) August 3, 2024
इस बीच, खबर यह है कि इस भीषण त्रासदी के चलते पश्चिम बंगाल के 242 प्रवासी मजदूर भी वायनाड में फंसे हुए हैं. इस बात की जानकारी श्रम मंत्री मोलॉय घटक ने विधानसभा को दी है. विधानसभा में हिंगलगंज टीएमसी विधायक देबेस मंडल के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, मोलॉय घटक ने पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों का विवरण दिया जो भूस्खलन से हाल ही में हुई आपदा के कारण वायनाड जिले में फंस गए थे. विधानसभा में, घटक ने कहा कि राज्य प्रशासन ने उनमें से कुछ के साथ संपर्क स्थापित किया है. पश्चिम बंगाल सरकार के श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बंगाल के 242 प्रवासी मजदूर वायनाड जिले में फंसे हुए हैं.
#WATCH | Kerala: Search and rescue operations in landslide-affected areas in Wayanad entered 5th day today. The death toll stands at 308.
— ANI (@ANI) August 3, 2024
Drone visuals from Bailey Bridge, Chooralmala area of Wayanad. pic.twitter.com/OQ7GpKvwND
उन्होंने कहा कि हमने उनमें से कुछ के साथ संपर्क स्थापित किया है. हम अन्य लोगों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं. घटक ने आगे कहा कि बंगाल के मजदूर अत्यधिक कुशल हैं, इसलिए दक्षिणी राज्य में उनकी हमेशा मांग रहती है. उन्होंने कहा कि संपर्क किए गए सभी प्रवासी मजदूर सुरक्षित हैं. राज्य के विभिन्न जिलों के ये प्रवासी मजदूर कुशल हैं और यही कारण है कि अन्य राज्यों में उनकी मांग अधिक है.
#WATCH | Kerala: Indian Army jawans construct a temporary bridge for the machinery to pass through, to facilitate search and rescue operation. Visuals from Punchirimattom, Wayanad.
— ANI (@ANI) August 3, 2024
Search and rescue operation in landslide-affected areas in Wayanad, entered 5th day today. The… pic.twitter.com/FKrBiiI4qp
घटक ने एएनआई को बताया कि लगभग 1 करोड़ प्रवासी श्रमिक विभिन्न राज्यों से पश्चिम बंगाल में नौकरी की तलाश में आते हैं, जो पश्चिम बंगाल से भारत के विभिन्न राज्यों में जाने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या से अधिक है. पश्चिम बंगाल सरकार के श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 21,59,737 प्रवासी श्रमिक पंजीकृत हैं जो विभिन्न राज्यों में जाते हैं. महाराष्ट्र (366431), केरल (365123), तमिलनाडु (218974), कर्नाटक (163386) और दिल्ली (124049) तदनुसार पश्चिम बंगाल प्रवासियों के लिए सर्वोत्तम नौकरी स्थानों की प्राथमिकताएं हैं. राज्य से मुर्शिदाबाद (366338), मालदा (269687), पश्चिम मिदनापुर (167242), नादिया (259741) और पूर्वी मिदनापुर (155634) से बड़ी संख्या में लोग अपने कौशल के साथ राज्य से बाहर जाना चाहते हैं.
#WATCH | Kerala: Search and rescue operation in Landslide affected areas in Wayanad, enters 4th day.
— ANI (@ANI) August 3, 2024
The death toll stands at 308. pic.twitter.com/SdIltdqnDn