बेंगलुरु: गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि एसआईटी ने विदेश विभाग को पत्र लिखकर प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है. विदेश विभाग को एसआईटी के पत्र के जवाब में सीएम सिद्धारमैया ने पहले ही प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी.
अब एसआईटी ने वारंट के आधार पर पासपोर्ट रद्द करने के लिए विदेश मंत्रालय को लिखा है कि पासपोर्ट तुरंत रद्द किया जाना चाहिए. बता दें कि पासपोर्ट रद्द करने का अधिकार विदेश मंत्रालय के पास है. उन्होंने कहा कि परमेश्वर ने मंगलवार को बेंगलुरु में जो कहा, उस पर केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए.
अगर विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट रद्द कर दिया, तो प्रज्वल विदेश में नहीं रह पायेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें भारत वापस आना चाहिए. एसआईटी और फोन टैपिंग को लेकर एचडी कुमारस्वामी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मैंने कल आपको बताया था कि सरकार ने किसी का फोन टैप नहीं किया है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर कुमारस्वामी के पास टेपिंग के बारे में सटीक जानकारी है तो बताएं, हम जांच करेंगे कि उन्हें नहीं पता था कि उन्होंने यह बात किस मकसद से कही थी. हर आरोप का जवाब देना संभव नहीं है. हमारे पास सूखा प्रबंधन, प्रशासनिक जिम्मेदारी जैसे कई कार्य हैं. उन्होंने कहा कि वह कुमारस्वामी के आरोप का जवाब नहीं दे सकते.
पहले बोलते हुए उन्होंने कहा कि अदालत के नोटिस के बाद कर्नाटक को सूखा राहत जारी की गई थी. हालांकि, केंद्र सरकार से लेकर राज्य तक पर बकाया है. वह सहयोग पहले भाजपा के केंद्रीय नेता करें. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और वादों से परेशान होकर बीजेपी ने परमेश्वर की आलोचना की.