बेलगावी: चुनाव आयोग ने कांग्रेस विधायक राजू कागे के खिलाफ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि उन्होंने 30 अप्रैल को बेलगावी के मदाबावी में एक चुनाव अभियान के दौरान कथित विवादास्पद टिप्पणी. राजू कागे, भरमगौड़ा अलागौड़ा कागे के नाम से भी जाने जाते हैं. नोटिस का जवाब देने के लिए कागे को 24 घंटे का समय दिया गया है.
नोटिस गुरुवार को उन शिकायतों के बाद जारी किया गया जिनमें कहा गया था कि अलागौड़ा ने कर्नाटक के बेलगावी जिले के मदाभावी गांव में मतदाताओं को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने लोकसभा अभियान के दौरान कांग्रेस पार्टी को बढ़-चढ़कर वोट नहीं दिया तो बिजली काट दी जाएगी. 'अगर इस बार मुझे अधिक वोट नहीं मिले, तो मैं आपकी बिजली काट दूंगा.'
कागे को उनके 30 अप्रैल के भाषण के एक कथित वीडियो में यह कहते सुना जा सकता है. ये सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. कागवाड विधानसभा क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अधिकारी ने चुनाव आचार संहिता के संभावित उल्लंघन का संकेत देते हुए नोटिस भेजा है. कागवाड विधायक राज्य विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए.
कागे की कथित टिप्पणियों की भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तीखी आलोचना की है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लोकाचार पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया पर अपना आक्रोश व्यक्त किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, 'क्या कांग्रेस पार्टी 'मोहब्बत की दुकान' (प्यार की दुकान), या 'धमकी की भाईजान' (धमकी और नफरत का भाईचारा) है?
पूनावाला ने अन्य उदाहरणों का भी जिक्र किया जहां कांग्रेस नेताओं ने धमकी भरी टिप्पणियां की. कर्नाटक कांग्रेस के एक विधायक ने मतदाताओं को धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया तो वह उनकी बिजली काट देंगे. कुछ दिन पहले डीके शिवकुमार ने सोसायटी में जाकर धमकी दी थी कि अगर उन्होंने उनके भाई को वोट नहीं दिया तो उनकी पानी सप्लाई और अन्य चीजें बंद कर दी जाएंगी.
इससे पहले कर्नाटक के एक और मंत्री ने एक युवक को धमकी देते हुए कहा था कि अगर तुमने पीएम मोदी को वोट दिया तो तुम्हें पत्थरों से मारा जाएगा और पीटा जाएगा. कांग्रेस के कई नेता धमकी की भाषा बोलते हैं. वे लोगों को दैवीय या ईश्वर-तुल्य नहीं मानते. पूनावाला ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'वे उन्हें अपने नौकरों के रूप में देखते हैं, यही कारण है कि वे अक्सर धमकी देने या ब्लैकमेल करने वाला रवैया अपनाते हैं.'
28 लोकसभा सीटों वाले कर्नाटक में दो चरणों में मतदान हो रहा है. 14 सीटों के लिए मतदान 26 अप्रैल को संपन्न हुआ था जबकि शेष 14 सीटों पर 7 मई को मतदान होगा. वोटों की गिनती 4 जून को होगी. 2019 में भाजपा ने 28 में से 25 सीटें जीतकर राज्य में बड़ी जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस और जद-एस - जो राज्य में गठबंधन सरकार चला रहे थे - केवल एक-एक सीट ही जीत सकी. इस बार भाजपा और जद-एस गठबंधन में हैं और बीजेपी 25 सीटों पर लड़ रही है, जबकि जद-एस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है.