अयोध्या: राम की नगरी अयोध्या में सावन मेला और कांवड़ यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच एटीएस और एसटीएफ की निगरानी में संपन्न कराया जाएगा. पूरे मेले के दौरान ड्रोन कैमरे से नजर रखी जाएगी ताकि अयोध्या में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके, यही नहीं सरयू नदी में NDRF, SDRF की टीम भी तैनात की जाएगी, इस आयोजन के दौरान असामाजिक तत्वों पर सख्ती से नजर रखी जाएगी.
सावन झूला मेला और कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने अयोध्या मंडल, बस्ती मंडल और देवीपाटन मंडल के अधिकारियों के साथ रविवार को अयोध्या विकास प्राधिकरण के सभागार में बैठक की. बैठक के बाद मणि पर्वत सरयू घाट नागेश्वर नाथ और हनुमानगढ़ी राम जन्मभूमि का निरीक्षण भी किया और दर्शन पूजन भी किया.
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि, एक महीने के सावन मेले में करोड़ों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं. जो भी श्रद्धालु अयोध्या आए वह अच्छी अनुभूति लेकर वापस लौटे, मुख्यमंत्री जी का आदेश है. उनकी चिंता भी है कि, आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में अच्छी व्यवस्था हो, आवागमन के मार्ग में गड्ढे ना हो, सभी मार्ग व्यवस्थित हो, श्रद्धालुओं के लिए लगने वाले कैंप हाईवे और एक्सप्रेस वे से उचित दूरी पर हो ताकि कोई एक्सीडेंट का खतरा न हो. जहां भंडारे की व्यवस्था होती है वहां साफ सफाई हो. जलाभिषेक के लिए मंदिर शिवालय जहां पर लोग जाते हैं, वहां पर निरंतर सफाई की व्यवस्था रखी जाए.
एक साल के लिए अयोध्या में साफ सफाई के लिए 1500 अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती की जा रही है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 25 सहायता केंद्र बनाए जा रहे हैं. जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को जानकारी दी जा सके, मेले में चिकित्सा कैंप लगाए जाएंगे. वहां पर दवाओं के साथ ऑक्सीजन की भी व्यवस्था रहेगी, फिसलन वाली जगह पर कारपेट का इस्तेमाल किया जाएगा.
वहीं सुरक्षा को लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि, मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद इतजाम किए गए हैं. पर्याप्त सुरक्षा बल अयोध्या में लगाया जाएगा, कांवड़ यात्रा के रास्ते और शिविर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाएगी, स्नान घाटों पर भी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी, प्रमुख मंदिरों पर जहां पर ज्यादा भीड़ होती है वहां पर भी सुरक्षा व्यवस्था रखी जाएगी. उन्होंने ने बताया कि, सुरक्षा व्यवस्था में अधिक से अधिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ड्रोन से लाइव स्ट्रीमिंग भी करवाई जाएगी.
मेले में एटीएस और एसटीएफ भी तैनात रहेगी, जल मार्ग में भी कोई घटना दुर्घटना ना हो इसके लिए एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीम तैनात रहेगी, स्थानीय गोताखोरों को भी लगाया जाएगा. साथ ही डीजीपी ने चेतवानी देते कहा कि, धार्मिक आयोजन में कोई भी असामाजिक तत्व अगर प्रभावित करने का प्रयास करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्य सचिव और DGP ने की बैठक, कहा- हवाई सर्वेक्षण के साथ होगी पुष्प वर्षा, डीजे की हाईट और वॉल्यूम का रखें ध्यान