शिमला: मंडी सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही सिने जगत की 'रिवाल्वर रानी' कही जाने वाली कंगना रनौत अब सियासी मैदान में जुबान से विरोधियों पर वार कर रही हैं. गुरुवार को कंगना ने मनाली में जो बयान दिए, उससे राजनीति का पारा चढ़ने वाला है. कंगना ने न केवल हिमाचल के युवा कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर करारा हमला बोला, बल्कि उनके निशाने पर इस बार राहुल गांधी भी आ गए. राहुल गांधी और विक्रमादित्य सिंह के लिए कंगना ने जिन शब्दों का प्रयोग किया, उससे आने वाले समय में हिमाचल की राजनीति में शब्दों की मर्यादा टूट कर बिखरने का अंदेशा है. विक्रमादित्य सिंह कई बार कंगना को अपनी बड़ी बहन समान बता चुके हैं, परंतु कंगना ने उन्हें छोटा पप्पू कहकर आने वाले समय के लिए शब्दों के बांध तोड़ने के लिए उकसाया है. यही नहीं, उन्होंने राहुल गांधी के लिए भी पप्पू शब्द का प्रयोग किया है.
दरअसल, कंगना के खिलाफ भी कांग्रेस ने बेहूदा बयान देने में कसर नहीं छोड़ी है. सुप्रिया श्रीनेत ने इसकी शुरुआत की थी. उसके बाद कांग्रेस में सीपीएस सुंदर ठाकुर ने एक आपत्तिजनक बयान दिया. सुंदर ठाकुर ने कहा कि ढिंक-चिका करने से राजनीति नहीं चलती. कांग्रेस ने बीफ खाने को लेकर भी कंगना पर आरोप लगाए. कंगना ने इसका खंडन किया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सोलन में मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर बार-बार बीफ वाले मामले को उठाया जाता है तो चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की जाएगी. बार-बार बीफ वाले बयान के उछलने से आहत कंगना ने अब करारा पलटवार किया है. उन्होंने न केवल विक्रमादित्य सिंह को बीफ वाले बयान पर घेरा है, साथ ही राहुल गांधी और भी तीखा बयान दिया है.
कंगना के बयान के अनुसार "एक बड़ा पप्पू है दिल्ली में लेकिन हमारे यहां पर भी एक छोटा पप्पू है. वो कहता है कि मैं गौमांस खाती हूं और उसके पास एक वीडियो है. वो वीडियो दिखाता क्यों नहीं है. झूठा और एक नंबर का पलटूबाज है ये छोटा पप्पू. लेकिन आप इससे क्या उम्मीद कर सकते हैं. जब इसका सीनियर बड़ा पप्पू कहता है कि हमें शक्ति का विनाश कर देना है. तो जब बड़ा पप्पू ऐसी बातें करता है तो छोटे पप्पू से क्या उम्मीद की जा सकती है."
राजनीति को वैसे तो जनसेवा का माध्यम बताया जाता है लेकिन लोकसभा चुनाव का मैदान जुबानी जंग का अड्डा बनता जा रहा है. कंगना रनौत की एंट्री के बाद मंडी सीट देश भर में चर्चा का केंद्र बन गयी है. यहां कंगना के एक एक बयान को मीडिया की सुर्खियों में जगह मिल रही है. वरिष्ठ पत्रकार नवनीत शर्मा कहते हैं कि "अब राजनीति में शब्दों की मर्यादा की बेहद महीन रेखा रह गई है. पता नहीं कब ये आरोप-प्रत्यारोप और निजी हो जाएंगे. कलह का भी अपना सौंदर्य या कोई विशेषता होती है किंतु जब मित्र ही शत्रु हो जाएं तो कलह विकृत हो जाती है"
नवनीत शर्मा के अनुसार "इस समय मंडी सीट की सर्वाधिक चर्चा है. कंगना और विक्रमादित्य का मुकाबला करीब-करीब तय है. युवा कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को टिकट मिलने के बाद मंडी की जंग और रोचक होगी. अभी का माहौल देखें तो विक्रमादित्य सिंह स्वयं को श्रीराम भक्त बताते हुए लगातार कंगना को गोमांस और अन्य बातों के लिए घेर रहे हैं. कंगना, अपना पक्ष स्पष्ट कर चुकी हैं किंतु राजनीति तो यही है कि विरोधी के कमजोर बोलों पर खेला जाए. बीच में ऐसी बातें भी उठीं कि कंगना जो कहेंगी, आलाकमान की स्वीकृति के बाद कहेंगी, अन्यथा कुछ नहीं कहेंगी. अब कुल्लू में कंगना के कहे गए शब्द सियासी युद्ध में नए-नए शब्द बाणों को सामने लाएंगे."
"छोटा पप्पू मुझे कहता है कि ये कलंकित है ये अपवित्र है और इसको देवभूमि में आकर पवित्र होना चाहिए. मैं पूछना चाहती हूं कि उसे क्यों लगता है कि मैं अपवित्र हूं. क्योंकि मैंने अपने बाप के नाम के बिना, अपनी मां के नाम के बिना अपने आप खुद अपना नाम मुंबई नगरी में बनाया. इसलिये उसे लगता है कि मैं अपवित्र हूं. उसे क्यों लगता है कि मैं अपवित्र हूं, क्योंकि मैं पॉलिटिक्स में आना चाहती हूं. - कंगना रनौत, मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार
भाजपा के युवा नेता करण नंदा कहते हैं कि चुनाव में यदि विरोधी पक्ष बेबुनियाद आरोप लगाकर कंगना की छवि को बिगाड़ने की चेष्टा करेगा तो पार्टी चुप कैसे बैठ सकती है. उन्होंने कहा कि कंगना खुद भी ऐसे बयानों की धज्जियां उड़ाने में समर्थ हैं. कांग्रेस नेता एक तरफ तो उन्हें हिमाचल की बेटी बताते है, दूसरी तरफ अपमानित करने वाले बयान देते हैं.
"आज मैं सब पप्पुओं को चुनौती देती हूं, जो मुझे धमका रहे हैं. ये तुम्हारे बाप-दादाओं की रियासत नहीं है जो तुम मुझे डरा धमकाकर यहां से बाहर भेज दोगे. ये नरेंद्र मोदी का नया भारत है. यहां एक गरीब मां का बच्चा जो रेलवे स्टेशन पर चाय बेचता था वो इस देश का सर्वोच्च नायक, सर्वोच्च प्रधान, सबसे बड़ा प्रधान सेवक है. मैं एक गरीब घर की बेटी ये चुनाव जीतूंगी, लडूंगी और बार-बार लड़ूंगी. ऐसे राजा बेटा मुझे बहुत मिले हैं." - कंगना रनौत, मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार
मनाली में अपने भाषण के दौरान कंगना सिर्फ कांग्रेस, राहुल गांधी या विक्रमादित्य पर ही नहीं रुकी. उन्होंने मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री से लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तक पर निशाना साधा. कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे को भी पप्पू बताया और उन्हें खरी-खरी सुनाई.
"फिर एक और पप्पू मेरी जिंदगी में आए, उद्धव ठाकरे. जिन्होंने मुझे फिर डराया, फिर धमकाया, यहां तक की मेरा घर तोड़ दिया लेकिन आज वो भी ये तमाशा देख रहे हैं कि उनके जैसे कितने बिगड़े हुए बिगड़ैल मुझे डराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन फिर भी मैं इस मंच पर हूं और फिर भी मेरे साथ जनता का साथ है." - कंगना रनौत
कुल मिलाकर गुरुवार को मनाली की जनसभा से कंगना रनौत ने बयानों के जो बाण छोड़े हैं वो छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की सियासत में बयानों की बाढ़ ला सकते हैं. जिनमें बयानबाजी का स्तर कुछ और गिरना लाजमी है. वैसे हिमाचल में ये तब हो रहा है जब कांग्रेस ने एक भी उम्मीदवार हिमाचल से तय नहीं किया है.