रांची: झारखंड में समय से पूर्व विधानसभा चुनाव अक्टूबर महीने में ही करा लिए जाने की संभावना जताई जा रही है. 25 जुलाई तक पुनरीक्षित मतदाता सूची तैयार कर लेने के आयोग के निर्देश, भारत निर्वाचन आयोग के दो बड़े पदाधिकारियों के झारखंड आकर सभी जिला निर्वाची पदाधिकारियों के साथ बैठक इस कयास को बल दिया है. जिससे ऐसा मामूल पड़ता है कि राज्य में समय से पहले विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.
ऐसे में क्या झारखंड की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार है. इस सवाल का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत (ETV BHARAT) की टीम ने झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से बात की. आइए, जानते हैं कि समय से पूर्व विधानसभा चुनाव कराने की संभावना को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की क्या राय है
जनादेश पांच साल के लिए तो पहले चुनाव कैसे- झारखंड कांग्रेस
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगदीश साहू कहते हैं कि राज्य की जनता ने 2019 में पांच वर्षों के लिए महागठबंधन को वोट के रूप में आशीर्वाद दिया. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 05 जनवरी 2025 तक है तो फिर चुनाव की हड़बड़ी क्यों है. उन्होंने तय समय पर ही विधानसभा चुनाव कराने की मांग करते हुए कहा कि अभी राज्य की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुई कई योजनाओं को धरातल पर उतरना है. वहीं कांग्रेस के एक अन्य प्रवक्ता सोनाल शांति ने हम चुनाव के लिए तैयार हैं लेकिन आयोग को राज्य में पर्व त्योहार और खेती की स्थिति का भी ख्याल रखना चाहिए.
ऐसी कोई जरूरत नहीं कि चुनाव पहले कराए जाएं- झामुमो
झारखंड में अक्टूबर में ही विधानसभा चुनाव करा लेने की संभावना पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता बूथ लेवल तक चुनाव की तैयारी में लगे हैं. ऐसे में सवाल यह है कि जनादेश जब 05 वर्ष के लिए मिला है तब समय से पहले चुनाव क्यों कराए जाएं. झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यह ठीक है कि आयोग के पास यह अधिकार है कि वह छह महीने पहले तक चुनाव करा सकता है लेकिन उसका आधार होना चाहिए. झामुमो नेता ने कहा कि अगर पहले ही चुनाव कराना था तो लोकसभा चुनाव को समय से पहले कराना था ताकि देश के मतदाता, प्रचंड गर्मी में मतदान से बच जाते.
भाजपा हर वक्त चुनाव को तैयार- सीपी सिंह
वहीं भाजपा ने समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने को निर्वाचन आयोग का अधिकार बताया है. पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि समय से पहले चुनाव हो सकता है कि अपने अधिकार के तहत महाराष्ट्र, हरियाणा के साथ झारखंड में विधानसभा चुनाव करा लिया जाए तो यह उनका अधिकार है. विधायक सीपी सिंह ने कहा कि आयोग जब राज्य में चुनाव करा ले, इसके लिए भाजपा तैयार है.
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