पटना : जनता दल यूनाइटेड के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर से भेजे गए 12 करोड़ 10 लाख रुपए के कानूनी नोटिस का जवाब भेज दिया है. वकील के माध्यम से भेजे गए जवाब में तेजस्वी यादव की ओर से 24 अक्टूबर को दिए गए 'बेसलेस लीगल नोटिस' को वापस लेने और 'सार्वजनिक रूप से माफी मांगने' के लिए भी कहा गया है.
नीरज कुमार ने भेजा तेजस्वी के नोटिस का जवाब : ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है. तेजस्वी यादव को दो सप्ताह का समय दिया गया है. भेजे गए जवाब में यह भी कहा गया है कि ''फ्रीडम ऑफ स्पीच के अधिकार का तेजस्वी यादव ने दबाने की कोशिश की है.''
क्या है मामला? : असल में जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर सैलरी घोटाला का आरोप लगाया था. नीरज ने यह आरोप लगाया था कि 2015 और 2020 के चुनाव में एफिडेविट में तेजस्वी यादव अपनी सैलरी केवल 11812 रुपया बता रहे हैं, जबकि बेसिक सैलरी ₹40000 से अधिक है. साथ ही 5 साल में 89 लाख इनकम होने की बात कही थी, जबकि 3 करोड़ से अधिक ऋण कैसे दिया था.
चुनावी हलफनामे में सैलरी घोटाला : नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव की ओर से एफिडेविट में गलत जानकारी देने की बात कही थी और इसे घोटाला बताया था. इस मामले में चुनाव आयोग से भी तेजस्वी के खिलाफ नीरज कुमार और जदयू के प्रवक्ताओं ने शिकायत की थी. चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की थी. नीरज कुमार के इसी आरोप के बाद तेजस्वी यादव ने लीगल नोटिस भेजवाया था और सार्वजनिक माफी के साथ 12 करोड़ से अधिक कंपनसेशन की बात कही थी.
'नोटिस वापस लें और माफी मांगे तेजस्वी' : आज उसी का जवाब जदयू मुख्य प्रवक्ता की तरफ से दिया गया है. 2 सप्ताह में लीगल नोटिस वापस लेने और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए भी कहा है, नहीं तो कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. देखना है नीरज कुमार के जवाब के बाद तेजस्वी की तरफ से क्या कुछ एक्शन होता है.
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