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'सिर्फ दुकानें बंद हैं, शराब की होम डिलेवरी चालू है', प्रशांत किशोर ने नीतीश को दिया ये चैलेंज - Prashant Kishor

Liquor Ban in Bihar : जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने बिहार में धड़ल्ले से बिक रही शराब को लेकर नीतीश को सीधा चैलेंज दिया है. उन्होंने कहा है कि नीतीश और उनकी सरकार का कोई भी मंत्री कहीं ये लिखा हुआ दिखा दें कि गांधी जी ने शराबबंदी पर कुछ कहा हो. पढ़ें पूरी खबर-

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 27, 2024, 3:20 PM IST

Updated : Feb 27, 2024, 3:55 PM IST

पटना : जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश को चुनौती दी है. उन्होंने कहा है कि नीतीश ये कहीं लिखा हुआ दिखा दें कि गांधी जी ने कहा हो कि सरकारों को शराबबंदी लागू करनी चाहिए. प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी कानून से बिहार के राजस्व को 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है.

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में शराबबंदी पर मुखर होकर बोल रहे हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरी अपनी जो समझ है, वो यह कहती हैं कि दुनिया में किसी भी देश, राज्य या फिर किसी भी समाज में इस बात का प्रमाण नहीं है कि शराबबंदी से समाज का आर्थिक, सामाजिक विकास किया गया हो. अगर शराबबंदी के जरिए ऐसा होता तो दुनिया में सारे लोग बेवकूफ नहीं हैं. वो भी शराबबंदी लागू कर देते.

''अगर शराबबंदी में दम भी है. तो बिहार में शराबबंदी जमीन पर है नहीं. शराबबंदी से दुकानों में शराब का बिकना बंद हुआ है, लेकिन होम डिलिवरी चालू है. आज बिहार में शराब माफिया का तंत्र खड़ा हो गया है. बिहार में आज गरीब लोगों का 20 हजार करोड़ का नुकसान प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से हर साल हो रहा है. जो पैसे का नुकसान हो रहा है वो पैसा शराब माफिया के पास, अधिकारियों के पास जा रहा है. आज फायदा हो क्या रहा है?'' - प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज

पीके का नीतीश को चैलेंज : लोग बता रहे हैं कि गांधी जी ने ऐसा कहा था तो मैंने खुली चुनौती दे रखी है. नीतीश कुमार और उनकी पूरी सरकार मुझे एक लाइन गांधी जी का लिखा हुआ या बोला हुआ दिखा दे कि सरकारों को शराब बंदी लागू करनी चाहिए. ये ऐसे बेवकूफ़ लोग हैं, गांधी जे ने ये कहा कि शराब पीना गलत बात है. गांधी जी ने ये नहीं कहा कि कानून बना दीजिए और लोगों को जेल में डाल दीजिए. मैंने पिछले 8 महीने से चुनौती दी है, नीतीश कुमार या उनके किसी साथी ने कहीं पढ़ा हो कि शराब बंदी कानून लागू करनी चाहिए तो मुझे वो लिखा हुआ दिखा दें.

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पटना : जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश को चुनौती दी है. उन्होंने कहा है कि नीतीश ये कहीं लिखा हुआ दिखा दें कि गांधी जी ने कहा हो कि सरकारों को शराबबंदी लागू करनी चाहिए. प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी कानून से बिहार के राजस्व को 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है.

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में शराबबंदी पर मुखर होकर बोल रहे हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरी अपनी जो समझ है, वो यह कहती हैं कि दुनिया में किसी भी देश, राज्य या फिर किसी भी समाज में इस बात का प्रमाण नहीं है कि शराबबंदी से समाज का आर्थिक, सामाजिक विकास किया गया हो. अगर शराबबंदी के जरिए ऐसा होता तो दुनिया में सारे लोग बेवकूफ नहीं हैं. वो भी शराबबंदी लागू कर देते.

''अगर शराबबंदी में दम भी है. तो बिहार में शराबबंदी जमीन पर है नहीं. शराबबंदी से दुकानों में शराब का बिकना बंद हुआ है, लेकिन होम डिलिवरी चालू है. आज बिहार में शराब माफिया का तंत्र खड़ा हो गया है. बिहार में आज गरीब लोगों का 20 हजार करोड़ का नुकसान प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से हर साल हो रहा है. जो पैसे का नुकसान हो रहा है वो पैसा शराब माफिया के पास, अधिकारियों के पास जा रहा है. आज फायदा हो क्या रहा है?'' - प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज

पीके का नीतीश को चैलेंज : लोग बता रहे हैं कि गांधी जी ने ऐसा कहा था तो मैंने खुली चुनौती दे रखी है. नीतीश कुमार और उनकी पूरी सरकार मुझे एक लाइन गांधी जी का लिखा हुआ या बोला हुआ दिखा दे कि सरकारों को शराब बंदी लागू करनी चाहिए. ये ऐसे बेवकूफ़ लोग हैं, गांधी जे ने ये कहा कि शराब पीना गलत बात है. गांधी जी ने ये नहीं कहा कि कानून बना दीजिए और लोगों को जेल में डाल दीजिए. मैंने पिछले 8 महीने से चुनौती दी है, नीतीश कुमार या उनके किसी साथी ने कहीं पढ़ा हो कि शराब बंदी कानून लागू करनी चाहिए तो मुझे वो लिखा हुआ दिखा दें.

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Last Updated : Feb 27, 2024, 3:55 PM IST
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