हल्द्वानी: 8 फरवरी 2024 को हल्द्वानी में सरकारी भूमि पर बने मदरसा और नमाज स्थल को हटाने के दौरान हिंसा हुई थी. जिसमें पुलिस और उपद्रवियों के बीच चली गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हुई. जबकि तीन लोग अभी भी घायल हैं. पुलिस प्रशासन के साथ-साथ लोगों को भी इस हिंसा में चोटें आई. जबकि सरकारी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
मंगलवार से हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र को कर्फ्यू मुक्त कर दिया गया है. जिसके बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद का राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल बनभूलपुरा पहुंचा. मौलाना अरशद मदनी के नेतृत्व में दिल्ली से हल्द्वानी आया प्रतिनिधिमंडल बनभूलपुरा में लोगों से मिला. जमीयत प्रतिनिधिमंडल की तरफ से मृतक लोगों के परिवारजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई. जबकि घायलों को पांच-पांच हजार रुपए की मदद दी गई.
जमीयत प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि पूरे घटना में 6 लोगों की मौत (प्रशासन के मुताबिक 5 लोगों की मौत) हुई है. जिसमें पांच मृतकों के परिजनों को चेक दिया गया है. जबकि एक व्यक्ति की मौत बरेली अस्पताल में हुई है. वह परिवार यहां नहीं है. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. हिंसा के जो भी दोषी लोग हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. प्रतिनिधिमंडल ने हिंसा की निंदा की.
इन मृतकों के परिवार वालों को दी गई मुआवजा राशि:
- मो. इसरार पुत्र इकबाल, गफूर बस्ती वार्ड 24 किदवई नगर हल्द्वानी.
- जाहिद हुसैन पुत्र मोहम्मद, किदवई नगर, हल्द्वानी.
- अनस पुत्र जाहिद हुसैन, गफूर बस्ती, हल्द्वानी.
- शाबान पुत्र शफीक, वार्ड 23 आजाद नगर लाइन नंबर-1, हल्द्वानी.
- फईम पुत्र मोहम्मद नासिर, वार्ड 27 गांधी नगर, हल्द्वानी
- आरिश पुत्र गौहर, गुफबस्ती, हल्द्वानी.
नैनीताल प्रशासन ने 5 को माना हिंसा में मृतक: फिलहाल हल्द्वानी पुलिस को छठे मृतक आरिश के बारे में कोई जानकारी नहीं है. आरिश की मौत बरेली में उपचार के दौरान हुई. इस संबंध में पुलिस के पास अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं है.