राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चन्द्रगिरि पर्वत में जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपना शरीर त्याग दिया. जैन मुनि आचार्य पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे. जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज 17 फरवरी को ब्रह्मलीन हो गए थे. उन्होंने तीन दिन पहले उपवास धारण किया था. इससे पहले उन्होंने अन्य जैन मुनियों की मौजूदगी में संघ संबंधी सभी कार्यों से निवृत्ति ले ली और उसी दिन आचार्य का पद भी त्याग दिया था.
देर रात आचार्य ने त्यागा अपना शरीर: विश्व प्रसिद्ध जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का देवलोक गमन हो गया है. आज देर रात लगभग 2:30 बजे उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया. पिछले कई दिनों से आचार्य विद्यासागर जी महाराज अस्वस्थ चल रहे थे. डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत में आचार्य विद्यासागर महाराज रुके हुए थे. डोंरगढ़ स्थित चंद्रगिरी पर्वत जैन समाज का प्रमुख धर्मस्थल है, जहां आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने समाधि ली है.
आज डोंगरगढ़ में होगा अंतिम संस्कार: जैन धर्म के प्रमुख संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज जैन धर्म के प्रमुख आचार्यों में से एक थे. जैन मुनि आचार्य श्री के शरीर त्यागने की खबर मिलते ही जैन समाज के अनुयायी बड़ी संख्या में डोंगरगढ़ में जुट रहे हैं. आज रविवार को डोला चंद्रगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ में दोपहर लगभग 1 बजे उनकी अंतिम संस्कार विधि होगी. सल्लेखना के अंतिम समय बड़ी संख्या में जैन मुनि और समाज के लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस दौरान बड़ी संख्या में जैन धर्म मौजूद रहेंगे.
आचार्यश्री को पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजली: जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के ब्रह्मलीन होने को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर लिखा, "आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे. वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे. यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा. पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी. तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था. समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा."
पिछले साल पीएम मोदी ने की थी मुलाकात: पिछले साल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के कुछ महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डोंगरगढ़ पहुंचे थे. इस दौरान पीएम मोदी ने भी जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज से मुलाकात की थी. पीएम मोदी ने विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए उनका आशीर्वाद दिया था. इस मुलाकात की फोटो उन्होंने सोशल मीडिया साइड में भी डाली थी.
गृहमंत्री अमित शाह ने बताया व्यक्तिगत क्षति: गृहमंत्री अमित शाह ने विद्यासागर महाराज के ब्रह्मलीन होने को व्यक्तिगत क्षति बताया है. उन्होंने आचार्यश्री को मानवता के सच्चे उपासक बताते हुए उनके सभी अनुयायियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त किया है.
सीएम विष्णु देव साय ने किया नमन: जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के समाधि लेने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नमन किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "विश्व वंदनीय, राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज जी के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में सल्लेखना पूर्वक समाधि का समाचार प्राप्त हुआ. छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से पल्लवित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश व समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा. आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्य श्री विद्यासागर जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन."