भुवनेश्वर: इस्कॉन ने विरोध के बाद ह्यूस्टन, अमेरिका में 9 नवंबर को आयोजित की जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा को रद्द कर दिया है. यह जानकारी इस्कॉन ने अपने एक बयान में दी. बयान के मुताबिक इस प्रस्तावित रथ यात्रा को भगवान जगन्नाथ के भक्तों की ओर से भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा था, जिसकी वजह से यह निर्णय लिया गया. साथ ही कहा गया है कि आखिरकार भगवान जगन्नाथ के ओडिशा भक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हुए ह्यूस्टन रथ यात्रा को रद्द कर दिया गया है. अब उनके द्वारा गौर निताई संकीर्तन यात्रा निकाली जाएगी.
इससे पहले 30 अक्टूबर को पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष गजपति महाराज दिव्यसिंह देब ने ह्यूस्टन स्थित इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष एचजी सारंगा ठाकुर दास को एक पत्र लिखकर हिंदू परंपराओं के अनुसार उचित तिथियों पर 'रथ यात्रा' और 'स्नान यात्रा' मनाने का अनुरोध किया था.
उन्होंने कहा था कि इस्कॉन ह्यूस्टन सेंटर 3 नवंबर को भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा और 9 नवंबर को रथ यात्रा मनाने का योजना बना रहा है, जो शास्त्रीय आदेशों के विपरीत है.
रथयात्रा की जगह नाम संकीर्तन किया जाएगा
इस संबंध में इस्कॉन भुवनेश्वर के उपाध्यक्ष प्रभुजी तुकाराम दास ने कहा कि हमारे यहां रथयात्रा की जगह गौरनिताई नाम संकीर्तन यात्रा का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यात्रा को अष्ट प्रहरी नाम संकीर्तन की तरह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इस्कॉन ने ओडिशा के श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है.
बता दें कि कल मंगलवार को जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के प्रमुख महाराजा दिव्यसिंह देव ने मीडिया से बातचीत में कहा था इस्कॉन के अधिकारियों से संपर्क किया गया है और उन्होंने इस पर स्पष्ट आपत्ति जताई है. साथ ही कहा था कि जरूरत पड़ी तो कानूनी पहलुओं का भी सहारा लिया जाएगा.
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