अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में आपसी भाईचारे और सौहार्द की मिसाल देखने को मिली जब रामजन्म भूमि मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने साधु-संतों के साथ होली खेली. इस दौरान सभी ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाए और कहा कि यही हमारा असली रंग है और दुनिया भर के लोगों को इसमें सराबोर हो जाना चाहिए.
22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में होली का रंग और भी गहरा हो गया है. शनिवार को तपस्वी छावनी मंदिर परिसर में महंत परमहंस दास और साधु-संतों के साथ मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने होली खेली. गीत-संगीत के बीच अबीर-गुलाल में सराबोर इकबाल अंसारी साधु संतों के साथ झूमते नजर आए. सभी ने एक दूसरे पर फूल बरसाए. वहीं साधु-संत भी उनके साथ ऐसा ही करते दिखाई दिए. इस दौरान संतों ने कहा कि यही तो अयोध्या की साझी विरासत है. इसके जरिए अयोध्या सारी दुनिया को बताती है कि यही हमारा असली रंग है.
वहीं इकबाल अंसारी ने कहा कि रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने की जितनी खुशी आचार्य परमहंस को है, उतनी ही खुशी मुझको भी है. इसलिए अयोध्या में इस बार रामलला के स्वागत की होली है इसलिए यह बेहद खास भी है. वहीं आचार्य परमहंस दास ने कहा कि रंगों की इस होली में सभी धर्म के भी रंग होते हैं. आज मंदिर परिसर में हम लोगों ने होली खेली है और खुशियां मनाई हैं.