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सारण में गंगा पर अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन, महज 24 महीने में तैयार हुआ टर्मिनल

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 15, 2024, 7:14 PM IST

Updated : Feb 15, 2024, 7:32 PM IST

कालू घाट अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल का उद्घाटन केंद्रीय पोत परिवहन एवं जलयान मंत्री सर्वानंद सोनेवाल ने किया है. गंगा किनारे इस बड़े बंदरगाह के बनने से नेपाल को जोड़ा जा सकेगा. ये बिहार और उत्तर भारत के लिए काफी अवसर पैदा करने वाला है.

सारण में गंगा पर अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन
सारण में गंगा पर अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन
सारण में गंगा पर अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन

सारण : बिहार के सारण में सोनपुर प्रखंड के कालू घाट पर गुरुवार को केंद्रीय पोत परिवहन एवं जलयान विभाग के मंत्री सर्वानंद सोनवाल के द्वारा विधिवत रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया. इस कार्यक्रम में सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी, बेतिया सांसद डॉ संजय जयसवाल, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा तथा स्थानीय विधायक और अधिकारीगण उपस्थित रहे. केंद्रीय मंत्री सोनेवाल ने अपने संबोधन में कहा कि ''कालू घाट पर आज जो टर्मिनल बनाया गया है, इसका लाभ पूरे बिहार समेत कई राज्यों को मिलेगा. यह अपने आप में पहला टर्मिनल है जहां पर काफी संख्या में कार्गो जहाज आएंगे और यहां के लोगों को रोजगार का काफी अवसर मिलेगा.''

गंगा घाट पर टर्मिनल का उद्घाटन : उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना में काफी दिलचस्पी दिखाई है. उन्होंने इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए काफ़ी काम किया है. नदी जल परिवहन में 700 गुना ज्यादा की कई परियोजनाओं का निर्माण किया गया है. केंद्रीय पोत जलयान एवं परिवहन मंत्री ने इस कार्य का उद्घाटन रिमोट के बटन दबाकर किया. इसका निर्माण गंगा नदी दाहिने किनारे पर 82.48 करोड रुपए की लागत से किया गया है. जो 24 महीने में बनकर तैयार हुआ है. 13.17 एकड़ में इसका निर्माण किया गया है इसकी क्षमता हर साल 77 हजार टीईयू की है. यहां पर कंटेनर स्टोरेज क्षमता 2900 स्क्वायर पर मीटर है. यहां पर 400 से ज्यादा ट्रकों को पार्क किया जा सकता है.

''उत्तर भारत, बिहार और नेपाल को जोड़ने के लिए लिए ये टर्मिनल काफी अहम है. इसकी क्षमता हर समय 400 ट्रक पार्क करने की है. 13.17 एकड़ में इसका निर्माण किया गया है. लगभग 100 करोड़ की लागत से ये बिहार को मोदी जी की ओर सौगात मिली है. इसके बनने से यहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेगा.'' - राजीव प्रताप रूडी, सांसद, सारण, बीजेपी

अभी भी कई काम बाकी : वर्तमान में जहां पर यह बंदरगाह बनाया गया है, वहां पर पानी नहीं है. इसको लेकर सभी ने चिंता व्यक्त की है. इस पर एवं परिवहन मंत्री ने कहा कि इसके लिए मशीन से नदी के तलहटी को साफ करने और गाद निकालने का आदेश दिया जा चुका है. जल्दी यहां भी वह काम पूरा हो जाएगा. सांसद राजीव प्रताप रूडी ने अपने भाषण में कहा कि यह सारण की धरती के लिए ऐतिहासिक निर्माण कार्य है, जो आने वाले समय में यहां की दशा एवं दिशा बदल कर रख देगा.

सारण में गंगा पर अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन

सारण : बिहार के सारण में सोनपुर प्रखंड के कालू घाट पर गुरुवार को केंद्रीय पोत परिवहन एवं जलयान विभाग के मंत्री सर्वानंद सोनवाल के द्वारा विधिवत रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया. इस कार्यक्रम में सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी, बेतिया सांसद डॉ संजय जयसवाल, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा तथा स्थानीय विधायक और अधिकारीगण उपस्थित रहे. केंद्रीय मंत्री सोनेवाल ने अपने संबोधन में कहा कि ''कालू घाट पर आज जो टर्मिनल बनाया गया है, इसका लाभ पूरे बिहार समेत कई राज्यों को मिलेगा. यह अपने आप में पहला टर्मिनल है जहां पर काफी संख्या में कार्गो जहाज आएंगे और यहां के लोगों को रोजगार का काफी अवसर मिलेगा.''

गंगा घाट पर टर्मिनल का उद्घाटन : उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना में काफी दिलचस्पी दिखाई है. उन्होंने इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए काफ़ी काम किया है. नदी जल परिवहन में 700 गुना ज्यादा की कई परियोजनाओं का निर्माण किया गया है. केंद्रीय पोत जलयान एवं परिवहन मंत्री ने इस कार्य का उद्घाटन रिमोट के बटन दबाकर किया. इसका निर्माण गंगा नदी दाहिने किनारे पर 82.48 करोड रुपए की लागत से किया गया है. जो 24 महीने में बनकर तैयार हुआ है. 13.17 एकड़ में इसका निर्माण किया गया है इसकी क्षमता हर साल 77 हजार टीईयू की है. यहां पर कंटेनर स्टोरेज क्षमता 2900 स्क्वायर पर मीटर है. यहां पर 400 से ज्यादा ट्रकों को पार्क किया जा सकता है.

''उत्तर भारत, बिहार और नेपाल को जोड़ने के लिए लिए ये टर्मिनल काफी अहम है. इसकी क्षमता हर समय 400 ट्रक पार्क करने की है. 13.17 एकड़ में इसका निर्माण किया गया है. लगभग 100 करोड़ की लागत से ये बिहार को मोदी जी की ओर सौगात मिली है. इसके बनने से यहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेगा.'' - राजीव प्रताप रूडी, सांसद, सारण, बीजेपी

अभी भी कई काम बाकी : वर्तमान में जहां पर यह बंदरगाह बनाया गया है, वहां पर पानी नहीं है. इसको लेकर सभी ने चिंता व्यक्त की है. इस पर एवं परिवहन मंत्री ने कहा कि इसके लिए मशीन से नदी के तलहटी को साफ करने और गाद निकालने का आदेश दिया जा चुका है. जल्दी यहां भी वह काम पूरा हो जाएगा. सांसद राजीव प्रताप रूडी ने अपने भाषण में कहा कि यह सारण की धरती के लिए ऐतिहासिक निर्माण कार्य है, जो आने वाले समय में यहां की दशा एवं दिशा बदल कर रख देगा.

Last Updated : Feb 15, 2024, 7:32 PM IST
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