जम्मू: जम्मू संभाग के डोडा जिले में बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सेना के कैप्टन दीपक सिंह का गुरुवार सुबह एयरफोर्स स्टेशन जम्मू में पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया. इस पुष्पांजलि समारोह में, लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा, जीओसी व्हाइट नाइट कोर शामिल हुए. सभी ने शहीद कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर संभागीय आयुक्त जम्मू रमेश कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने भी शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा कि पुष्पांजलि समारोह में बहादुर कैप्टन दीपक को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में सर्वोच्च बलिदान दिया. उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा.
In a solemn wreath-laying ceremony, #GOC #WhiteKnightCorps laid a wreath to pay homage to #Braveheart Capt Deepak who made the supreme sacrifice in the highest traditions of #IndianArmy.
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) August 15, 2024
His sacrifice will never be forgotten. @adgpi@NorthernComd_IA pic.twitter.com/MiFZY5o0wZ
बता दें, बुधवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए थे. गुरुवार को थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने कैप्टन दीपक सिंह के सर्वोच्च बलिदान को याद कर उन्हें सलाम किया, इसके साथ ही अधिकारियों ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.
जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के डोडा के अस्सार इलाके में हुई गोलीबारी में सेना के कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए और इस गोलीबारी में एक आतंकवादी भी मारा गया था. मुठभेड़ के बाद कैप्टन दीपक सिंह ने दम तोड़ दिया. सूत्रों के मुताबिक, कैप्टन सिंह सेना के दल का नेतृत्व कर रहे थे, तभी उन्हें गोली लग गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.सूत्रों ने बताया कि हिरनी गांव का एक नागरिक भी आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया. सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से एक एम4 राइफल, एक एके47 और चार बैग बरामद किए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्रियों ने केंद्र पर साधा निशाना
इस मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को एक्स पर लिखा कि जम्मू-कश्मीर में हिंसा और उत्पात का अंतहीन चक्र प्रशासन द्वारा सामान्य स्थिति के बड़े-बड़े दावों के बावजूद निर्दोष लोगों की जान ले रहा है. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.
वहीं, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में स्थिति इस तरह बिगड़ने दी गई है.
रक्षा मंत्री ने महत्वपूर्ण बैठक बुलाई
इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई. अधिकारियों के अनुसार, बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सैन्य अभियान महानिदेशक-लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के प्रमुख मौजूद थे. हाल के महीनों में, जम्मू में आतंकी हमलों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर हमला और डोडा और उधमपुर में झड़पें शामिल हैं.
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