नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच का संबंध काफी मजबूत होते जा रहे हैं और दोनों देशों के बीच सहयोग भी लगातार बढ़ रहा है. यह सहयोग सिर्फ अब सैन्य और तकनीक के स्तर पर ही नहीं, बल्कि खुफिया सूचनाओं के स्तर पर भी काफी मजबूत हो रहा है. दोनों देशो के बीच सहयोग को और मजबूत करने के लिए अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी का एक प्रतिनिधिमंडल इन दिनों भारत के दौरे पर है. बुधवार 28 फरवरी को अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी के प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की.
इस बैठक में दोनों देशों के बीच कई मुद्दे जैसे कि आंतरिक सुरक्षा, खुफिया सूचनाओं को साझा करने और खालिस्तान समर्थक तत्वों को लेकर जानकारी साझा करने को लेकर चर्चा हुई. इस बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व अजय भल्ला ने किया. बता दें, अजय भल्ला गृह मंत्रालय के सचिव हैं. वहीं, अमेरिकी दल का नेतृत्व होमलैंड सिक्योरिटी के सचिव ने किया.
भारत ने बुधवार को अमेरिकी सरकार के साथ मातृभूमि सुरक्षा पर एक बैठक के दौरान खालिस्तानी आतंकवाद, संगठित अपराध और टेरर फंडिंग के मुद्दे पर अपनी कड़ी चिंता दर्ज की. गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने भारत-अमेरिका वरिष्ठ अधिकारियों की होमलैंड सिक्योरिटी डायलॉग (एचएसडी) वार्ता के दौरान नई दिल्ली में अपने अमेरिकी समकक्ष क्रिस्टी कैनेगलो, कार्यवाहक उप सचिव, होमलैंड सुरक्षा के साथ बैठक की.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि भारतीय पक्ष ने आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद, मादक पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ संगठित अपराध के मुद्दे पर प्रकाश डाला है. अधिकारी ने कहा कि बैठक के दौरान भारतीय पक्ष ने खालिस्तानी आतंकवाद के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया है और इस बात पर प्रकाश डाला है कि विदेशी धरती का इस्तेमाल भारत की सुरक्षा के लिए हानिकारक ताकतों द्वारा किया जा रहा है.
बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों ने आतंकवाद-रोधी और सुरक्षा क्षेत्रों में चल रहे सहयोग की समीक्षा की, जो भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख स्तंभ रहा है. अधिकारी ने कहा, उन्होंने आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद, मादक पदार्थों की तस्करी, संगठित अपराध से निपटने और परिवहन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए द्विपक्षीय प्रयासों को मजबूत करने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों पर भी चर्चा की. गौरतलब है कि पंजाब, दिल्ली और एनसीआर स्थित कई गैंगस्टर सह ड्रग रैकेटर्स अमेरिका सहित विदेशी धरती से अपना कारोबार चला रहे हैं.
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने सुरक्षित और कानूनी प्रवासन को सक्षम करने, अवैध प्रवासन, मानव तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग, साइबर अपराध और रोकथाम के लिए कदम उठाकर दोनों देशों के बीच जीवंत लोगों-से-लोगों के संबंधों को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. आतंक-वित्तपोषण सहित अवैध गतिविधियों के लिए साइबर डोमेन का दुरुपयोग. अमेरिकी पक्ष ने सूचना के आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण, तकनीकी सहायता और मातृभूमि सुरक्षा संवाद के ढांचे के तहत स्थापित उप-समूहों की नियमित बैठकों के माध्यम से संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग को मजबूत करने में अपनी गहरी रुचि दोहराई.
द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को और गहरा करने के लिए, दोनों पक्षों ने अमेरिकी संघीय कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण केंद्र और भारत के सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के बीच कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण पर सहयोग के एक ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए. दोनों पक्ष वरिष्ठ अधिकारियों की होमलैंड सुरक्षा वार्ता के अगले दौर को पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर वाशिंगटन डीसी में आयोजित करने पर सहमत हुए.