नई दिल्ली: भारत दौरे पर आए स्विस विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस ने सोमवार को विदेश मंत्री जयशंकर के साथ यूक्रेन में संघर्ष और क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
संघीय पार्षद और स्विस विदेश मंत्री, इग्नाज़ियो कैसिस नई दिल्ली की यात्रा पर हैं और उनकी यात्रा का उद्देश्य एशिया प्रशांत क्षेत्र में स्विट्जरलैंड के संबंधों के नेटवर्क को मजबूत करना है. भारत के बाद कैसिस चीन, दक्षिण कोरिया और फिलीपींस की भी यात्रा करेंगे.
विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, 'आज दोपहर स्विट्जरलैंड के विदेश मंत्री @ignaziocassis का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है.' विदेश मंत्री ने कहा, 'पिछले साल भारत-स्विट्जरलैंड मैत्री संधि के 75वें वर्ष के जश्न के बाद हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की गई. यूक्रेन में संघर्ष सहित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया. 'मिशन टू द सन' स्वैच उपहार के लिए उन्हें धन्यवाद. आदित्य एल1 मिशन के माध्यम से भारत इस पर खरा उतर रहा है.'
इग्नाज़ियो कैसिस की नई दिल्ली की आखिरी यात्रा 2018 में स्विस-भारतीय मित्रता की 70वीं वर्षगांठ मनाने के लिए थी. जयशंकर के साथ उनकी बातचीत दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों में प्रगति और शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार पर सहयोग पर भी केंद्रित रही.
उनकी यात्रा का उद्देश्य इन देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना और यूक्रेन में शांति पहल पर चर्चा करना है. जनवरी के मध्य में, स्विस राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड ने घोषणा की कि स्विट्जरलैंड भविष्य में शांति सम्मेलन आयोजित करके और युद्धग्रस्त देश को बारूदी सुरंगों से मुक्त करने में मदद करके यूक्रेन के पुनर्निर्माण का समर्थन करने की योजना बना रहा है.
हाल ही में भारत और स्विट्जरलैंड 16 साल की बातचीत के बाद मुक्त व्यापार समझौते पर आम सहमति पर पहुंचे हैं. स्विस अर्थव्यवस्था मंत्री गाइ पार्मेलिन ने पिछले महीने अपने समकक्ष पीयूष गोयल से मुलाकात करने के लिए नई दिल्ली का दौरा किया था, जिसके दौरान एक सौदे की रूपरेखा पर सहमति हुई थी और विवरण को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है. सूत्रों के मुताबिक, इस डील से भारत की युवा आबादी के लिए नौकरियां पैदा होंगी और स्विट्जरलैंड में रोजगार सुरक्षित होगा.