वाराणसी: लोकसभा चुनाव में अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. पीएम मोदी के वाराणसी क्षेत्र में नामांकन प्रक्रिया जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 13 मई को नामांकन करने पहुंचेगे. ऐसे में शुक्रवार को नामांकन के चौथे दिन अजब-गजब नजारा देखने को मिला. एक प्रत्याशी सिक्कों से भरा थैला लेकर कलेक्ट्रेट में पर्चा खरीदने पहुंच गया.
मध्य प्रदेश से वाराणसी चुनाव लड़ने पहुंचे वैद्य राम
मध्य प्रदेश के दतिया जिले के रहने वाले वैद्य राम गुप्ता थैले में एक-एक, दो-दो का सिक्का कुल 25 हजार रुपए लेकर नामांकन पत्र खरीदने के लिए पहुंचा तो सब देखने लग गए. भारत माता की जय के उद्घोष के साथ प्रत्याशी कलेट्रेट परिसर पहुंचकर पर्चा खरीदा. इस मौके पर वैद्य राम गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 'मैं किसी के खिलाफ नहीं, अपने देश के हित के लिए चुनाव लड़ने आया हूं. कानून और लोकतंत्र में यह अधिकार है कि कोई भी चुनाव लड़ सकता है. वाराणसी से नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंचा हूं. नामांकन पत्र खरीदने के लिए 25 हज़ार रुपये भी लाया हूं, जो कि एक-एक, दो-दो के सिक्के हैं. वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी विनोद कुमार यादव घोड़े पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचे. चंदौली के रहने वाले विनोद का कहना है कि घोड़े से आने का उद्देश्य है कि पेट्रोल बहुत महंगा हो गया है.
अब तक कांग्रेस से अजय राय समेत 8 प्रत्याशियों ने किया नामांकन
नामांकन के चौथे दिन शुक्रवार को कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय, बसपा से अतहर जमाल लारी, निर्दलीय संजय कुमार तिवारी, जनसेवा गोडवाना पार्टी के अवचित शामराव सयाम ने नामांकन दाखिल किया गया. अब तक कुल 8 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया है. इसके अलावा शुक्रवार को पीस पार्टी प्रत्याशी परवेज कादिर खान, राष्ट्रीय उदय पार्टी के सुरेश पाल, भारतीय मानव पार्टी से डॉ हेमंत कुमार यादव, निर्दलीय लालजी राम, मौलिक अधिकार पार्टी के संतोष कुमार शर्मा ने नामांकन पत्र खरीदा. नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अजय राय ने कहा कि अक्षय तृतीया के दिन बाबा विश्वनाथ की कृपा और काशी की जनता के आशीर्वाद से नॉमिनेशन हो गया. मैं अपने काशीवासियों को इंडिया गठबंधन के सभी साथियों को दिल की गहराइयों से धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने कहा, इस बार काशी की जनता ज़रूर अपने बेटे को जिताएगी. काशी के बेटे ने कभी काशी को छोड़ा नही है. हमेशा काशी के साथ खड़ा था और आखिरी सांस तक खड़ा रहूंगा.