कानपुर : नवाचारों से देश और दुनिया में जिन आईआईटी प्रोफेसरों की मेधा का डंका बजता है. उसी कड़ी में एक और बड़ी उपलब्धि गुरुवार को आईआईटी कानपुर की झोली में शामिल हो गई है. आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर प्रशांत पाठक (डिपार्टमेंट आफ प्लेनेटरी एंड एस्ट्रानॉमिकल साइंस) ने एक नए ग्रह की खोज कर दी, जिसे सुपर ज्यूपिटर बताया गया है.
आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों का दावा है कि यह नया ग्रह सूर्य के बेहद करीब है. प्रो. प्रशांत पाठक ने बताया कि दुनियाभर के प्रसिद्ध खगोलविदों के साथ जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप का उपयोग करते हुए डायरेक्ट इमेजिंग तकनीक के माध्यम से एक नया ग्रह खोजा गया है. इस ग्रह को सुपर ज्यूपिटर के रूप में वर्गीकृत किया गया है जो ज्यूपिटर से द्रव्यमान के मामले में 6 गुना ज्यादा है.
आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट्स ने बताया कि इस ग्रह को खोजने के लिए प्रत्यक्ष इमेजिंग तकनीक का उपयोग किया गया है. इस तकनीक से खोजा जाने वाला यह पहला ग्रह है. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के मीट इंफ्रारेड उपकरण का उपयोग करते हुए खगोलविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एक नए ग्रह का प्रत्यक्ष चित्र लिया है. यह अंतरिक्ष के अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.
नया ग्रह पृथ्वी से 12 प्रकाश वर्ष दूर है. साथ ही यह बेहद ठंडा ग्रह है, जिसका तापमान माइनस एक डिग्री सेल्सियस है. इसकी कक्षा भी बहुत बड़ी है और यह अपने तारे की परिक्रमा हमारी पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी से 28 गुना अधिक दूरी पर करता है. प्रोफेसर डाॅ. प्रशांत पाठक ने बताया कि यह खोज बेहद रोमांच भरी रही. इससे हमें अंतरिक्ष से जुड़े कई ऐसे तथ्यों के बारे में भी जानकारी मिली है जो अब तक किसी के पास नहीं थी.