हैदराबाद : हैदराबाद पुलिस आयुक्त ने बुधवार को शहर के पुंजागुट्टा पुलिस स्टेशन के सभी कर्मचारियों का तबादला कर दिया गया है. पुलिस आयुक्त ने थाने में कार्यरत एसआई से लेकर होम गार्ड तक सभी का एक साथ ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया.
पुलिस आयुक्त के. श्रीनिवास रेड्डी ने आदेश से एक ही झटके में एक ही थाने से सभी 85 पुलिस कर्मियों का तबादला कर दिया गया है. इससे पुलिस, प्रशासनिक और राजनीतिक हलके में हड़कंप मच गया है. साथ ही सभी 85 स्थानांतरित पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को हैदराबाद सिटी आर्म्ड रिजर्व (सीएआर) मुख्यालय में रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है.
वहीं पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन में करीब 82 नए पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई है. ऐसा लगता है कि पुलिस आयुक्त ने यह निर्णय इस पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत मामलों में हालिया घटनाक्रम के संदर्भ में लिया है. बताया जाता है कि यह कार्रवाई बोधन के पूर्व विधायक शकील आमिर के बेटे राहिल आमिर को बचाने और एक अन्य व्यक्ति को सड़क दुर्घटना मामले में फंसाने के आरोप में सर्कल इंस्पेक्टर (स्टेशन हाउस ऑफिसर) बी. दुर्गा राव को निलंबित करने के एक महीने बाद की गई है.
पुलिस ने राहिल के लिए एक लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया था. राहिल 24 दिसंबर को तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास प्रजा भवन के सामने बैरिकेड्स में बीएमडब्ल्यू कार को टक्कर मारने के कुछ घंटे बाद अपने पिता के साथ रहने के लिए मुंबई के रास्ते दुबई के लिए रवाना हुआ था.
पुलिस के मुताबिक, घटना 24 दिसंबर की तड़के हुई. तेज गति से जा रही एक कार बेगमपेट इलाके में प्रजा भवन के सामने बैरिकेड्स से टकरा गई. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ. लेकिन, बैरिकेड और कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. कार चला रहा व्यक्ति और उसके साथ यात्रा कर रहे तीन अन्य लोग कार छोड़कर भाग निकले.
बाद में एक व्यक्ति लावारिस कार पर दावा करने के लिए मौके पर आया. उसके खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, बाद की जांच में पता चला कि राहिल कार चला रहा था. कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों ने राहिल को छोड़ दिया, जिससे उसे भागने में मदद मिली. 28 जनवरी को पुलिस ने इस मामले में एक पुलिस अधिकारी समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया था. बोधन थाने के सर्किल इंस्पेक्टर प्रेम कुमार और पूर्व विधायक के सहयोगी अब्दुल वासे को हिरासत में ले लिया गया.
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