चंडीगढ़: रविवार का दिन हरियाणा की राजनीति में उलटफेर वाला रहा. सुबह हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह ने बीजेपी से इस्तीफा दिया और फिर कुछ ही देर बाद वो कांग्रेस में शामिल हो गए. दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनको पटका पहनाकर कांग्रेस में शामिल किया. बृजेंद्र सिंह ने IAS की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा था. साल 2014 में वो हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजेंद्र सिंह ने क्या कहा? कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजेंद्र सिंह ने कहा "2 अक्टूबर को जींद की रैली में एक मुद्दा जो उठाया गया था. वो हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी के गठबंधन को लेकर था. इसे लेकर फैसला लिया गया और वो भी एक कारण है."
कुमारी शैलजा ने किया स्वागत : कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर उनका पार्टी में आने पर स्वागत किया. कुमारी सैलजा ने लिखा कि "वरिष्ठ नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे, बीजेपी से हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा को छोड़कर, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के विचारों में आस्था जताते हुए आज कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. आज का दिन मेरे लिए हर्ष से भरा हुआ है क्योंकि चौधरी बीरेंद्र सिंह के परिवार से हमारा रिश्ता पीढ़ियों का है और वो आज फिर से कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं."
बृजेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर दी थी इस्तीफे की जानकारी: इससे पहले बृजेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर लिखा "मैंने राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मैं पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं कि मुझे हिसार के सांसद के तौर पर सेवा करने का अवसर दिया गया. मैं पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का भी धन्यवाद करता हूं."
बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं बृजेंद्र सिंह : अब उम्मीद लगाई जा रही है कि इसके बाद कांग्रेस उन्हें हिसार लोकसभा सीट का टिकट दे सकती है. बता दें कि बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं. बीरेंद्र सिंह साल 2014 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. साल 2019 में बीरेंद्र सिंह ने अपने बेटे बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा सीट से बीजेपी का टिकट दिलवाया. जिसके बाद इस सीट से उन्हें सांसद चुना गया.
बीजेपी छोड़ने की क्या रही वजह ? : सियासी गलियारों में चर्चा थी कि इस बार बीजेपी हिसार लोकसभा सीट से सांसद बृजेंद्र सिंह का टिकट काट सकती है. इसके अलावा किसानों और पहलवानों के मुद्दे पर बृजेंद्र सिंह बीजेपी से खफा चल रहे थे. बीजेपी छोड़ने का सबसे बड़ा कारण हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन भी बताया जा रहा है. उचाना विधानसभा सीट को लेकर बृजेंद्र सिंह के पिता बीरेंद्र सिंह और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिली थी.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिले बृजेंद्र सिंह : वहीं बीजेपी को अलविदा कहकर कांग्रेस में जॉइनिंग के बाद बृजेंद्र सिंह भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलने के लिए उनके दिल्ली आवास पर पहुंचे. इस दौरान उनकी हरियाणा के सियासी हालातों को लेकर काफी देर तक बातचीत हुई.
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