देवघर: सावन के महीने में बाबाधाम में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं. श्रद्धालु अपने अपने साधन से यहां पर जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं. अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक कर प्रार्थना करते हैं. कुछ श्रद्धालु ऐसे भी होते हैं, जो जग कल्याण की कामना लेकर बाबानगरी पहंचते हैं. ऐसे ही एक भक्त हैं असम के हिमांशु.
दरअसल सावन में कई ऐसे बम भी पहुंचते हैं जो अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना के साथ-साथ समाज और देश के कल्याण का भी संदेश देना चाहते हैं. ऐसे ही एक बम हैं जो आठ सौ किलोमीटर साइकिल चलाकर बाबा मंदिर पहुंचे और यहां पर जलाभिषेक कर यह संदेश दिया कि आज के भागम भाग के दौर में लोग मोटर वाहनों का उपयोग करते हैं जिससे दिन प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. ऐसे में जरूरी है कि लोग अपने छोटे-छोटे कार्यों को पूरा करने के लिए मोटर वाहनों का उपयोग न कर साइकिल का उपयोग करें ताकि उनका स्वास्थ्य बना रहेगा और देश में बढ़ रहे प्रदूषण में भी कमी आएगी.
असम के बजाली डिस्ट्रिक्ट से आए हिमांशु बम ने कहा कि कई बार लोग अपने छोटे मोटे कार्यों के लिए वाहनों का उपयोग करते हैं. उन्होंने बताया कि पांच से सात किलोमीटर के सफर को तय करने के लिए लोग मोटर बाइक या फिर कार निकालते हैं. इसलिए उन्होंने इस वर्ष 800 किलोमीटर तक का सफर कर लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की है कि जब वह इतने दूर साइकिल से सफर कर सकते हैं तो फिर आम लोग छोटी-छोटी दूरी को पूरा करने के लिए साइकिल का उपयोग क्यों नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा कि साइकिल से देवघर आने का उनका मुख्य उद्देश्य यह है कि सावन के महीने में पूरे देश की नजर देवघर पर होती है. यदि वह देवघर बाबाधाम साइकिल से पहुंचेंगे तो उनका संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाएगा.
गौरतलब है कि ऐसे बम के लिए जिला प्रशासन की तरफ से भी विशेष व्यवस्था की गई है. हालांकि हिमांशु बम ने कहा कि उन्हें जिला प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं चाहिए, क्योंकि वह अभी युवा हैं और यदि वह किसी भी तरह के मदद लिए बगैर साइकिल से पूजा करने बाबा धाम तक का सफर करते हैं तो इसका और भी बेहतर संदेश पूरे समाज और देश के बीच में जाएगा.
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