कोटा. कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के समर्थन में आज शुक्रवार को कोटा शहर कांग्रेस कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें आगामी चुनाव की रणनीति और गुंजल की होने वाली नामांकन रैली के संबंध में चर्चा की गई. इस बीच प्रहलाद गुंजल और शांति धारीवाल की पुरानी अदावत आज फिर सामने आई. मीटिंग के दौरान शांति धारीवाल और प्रहलाद गुंजल एक दूसरे पर भड़कते नजर आए. यहां तक की धारीवाल ने प्रहलाद गुंजल को सेकुलर बनने की सलाह दे डाली, जिसने इस बहस में आग में घी डालने का काम किया.
दरअसल, मीटिंग के दौरान प्रहलाद गुंजल ने भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला पर हमला बोला. इसके बाद शांति धारीवाल का संबोधित करने का नंबर आया, लेकिन उन्होंने यह कह डाला कि पहले प्रहलाद गुंजल यह बोले कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे थे. इस बात को लेकर दोनों में बहस शुरू हो गई. शांति धारीवाल ने बाद में प्रहलाद गुंजल को कहा कि अब आपको सेकुलर बनना पड़ेगा, इस पर गुंजल और ज्यादा भड़क गए. उन्होंने खड़े होकर कहा कि धारीवाल गलत बोल रहे हैं. इसके बाद वहां मौजूद कार्यकर्ताओं में अपने-अपने नेता के नारे लगने शुरू हो गए. गुंजल ने बीच में ही खड़े होते हुए कहा कि जब वह भारतीय जनता पार्टी में थे, तभी सेकुलर नेता की तरह ही काम कर रहे थे. जिस तरह का आरोप धारीवाल उन पर लगा रहे हैं, ऐसी बात धारीवाल को नहीं करनी चाहिए.
इसके बाद धारीवाल ने भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला पर हमला बोला और अपना भाषण खत्म किया. इसके बाद आभार व्यक्त किया जा रहा था, लेकिन गुंजल मंच से उतर कर चले गए. यहां तक की बाद में दोनों के कार्यकर्ता आमने-सामने नजर आए. गुंजल ने जाते हुए यह भी कहा कि आज जो कांग्रेस कार्यालय में हुआ है, वह सही नहीं है.
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बता दें कि प्रहलाद गुंजल भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं और इससे पहले उन्होंने शांति धारीवाल के खिलाफ 2023 में विधानसभा चुनाव लड़ा है. इस दौरान उन्होंने रिवर फ्रंट, कोटा शहर के विकास, सिटी पार्क और धारीवाल के होटल को लेकर आरोप लगाएं थे.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुनाई नेताओं को खरीखोटी : अचानक हुए इस घटनाक्रम में पड़ी फूट से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिखी. कांग्रेस के कार्यकर्ता दोनों ही नेताओं से नाराज दिखें. अधिकांश कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूर्व मंत्री शांति धारीवाल को संयम बरतनी चाहिए थी. जब गुंजल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं तो वह पूरी तरह से सेकुलर बन गए हैं. इस समय इस तरह की बातें वर्तमान में करना ठीक नहीं है. कुछ कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि धारीवाल जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता को ऐसा बोलना शोभा नहीं देता है. इस तरह की अंतर्कलह पार्टी को लोकसभा चुनाव में नुकसान पहुंचा सकती है.