नई दिल्ली : हरियाणा ने आज पड़ोसी धर्म निभाते हुए मरुधरा यानि राजस्थान को पानी देने का बड़ा फैसला लिया है. नई दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मध्यस्थता में हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा की बैठक हुई जिसमें राजस्थान की पानी की जरूरतों को देखते हुए ये बड़ा फैसला हरियाणा सरकार ने लिया.
मरुधरा को पानी देगा हरियाणा : केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में दोनों राज्यों की मीटिंग में तय किया गया कि हरियाणा के हथिनी कुंड बराज से जरूरत का पानी लेने के बाद बाकी बचे पानी को राजस्थान को दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि "आज हरियाणा के हथिनी कुंड बराज से राजस्थान को पानी देने की परियोजना पर राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ एक बैठक हुई जिसमें राजस्थान और हरियाणा के बीच एक डीपीआर बनाने को लेकर सहमति बन चुकी है. इसके तहत दोनों राज्यों के बीच अंडरग्राउंड पाइपलाइन के जरिए पानी दिया जाएगा. राजस्थान के चुरू, सीकर, झुंझुनूं समेत बाकी जिलों को इसका फायदा मिलेगा. डीपीआर की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 4 महीने का वक्त दिया गया है. सेंट्रल वॉटर कमीशन और अपर यमुना रीवर बोर्ड भी इसमें शामिल रहेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में बनी ये सहमति ऐतिहासिक है. दो दशकों से जो मुद्दा अटका हुआ था, उसके ठोस और स्थायी समाधान की दिशा में ये एक मजबूत कदम है और राजस्थान में पानी के मामले में मील का पत्थर साबित होगा"
हथिनी कुंड बराज से दिया जाएगा पानी : समझौते के तहत बारिश के दिनों में जरूरत का पानी लेने के बाद यमुना का अतिरिक्त पानी राजस्थान को मिलेगा. दक्षिण हरियाणा से राजस्थान को पानी की सप्लाई की जाएगी. राजस्थान पानी को स्टोर करने का इंतज़ाम करेगा जिससे ये पीने के काम आ सकेगा. राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने के बाद राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा ने केंद्रीय मंत्री को ये प्रस्ताव दिया था जिसके बाद बैठक हुई और ये अहम फैसला लिया गया.
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