बीजापुर: बीजापुर के बासागुड़ा इलाके में सर्चिंग के दौरान जवानों को आज बड़ी सफलता हाथ लगी. डीआरजी,कोबरा टीम और पुलिस बल की संयुक्त टीम ने कुख्यात नक्सली को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए नक्सली का नाम सुधाकर उर्फ उंदाम है. पुलिस ने सुधाकर की गिरफ्तार पर आठ लाख रुपए का इनाम रखा था. सुधाकर पर 100 से ज्यादा नक्सली वारदातों में शामिल होने का आरोप है.
आठ लाख का इनामी नक्सली सुधाकर गिरफ्तार: नक्सल विरोधी अभियान के दौरान डीआरजी जवानो की टीम और कोबरा बटालियान की टीम पुलिस के साथ अभियान चला रही थी. अभियान के दौरान फोर्स जब गुंडम के पूवर्ती के जंगल में पहुंची तो जंगल में एक शख्स संदिग्ध हालत में नजर आया. फोर्स ने तुरंत मोर्चा लेते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. जवानों ने जब पकड़े गए शख्स से पूछताछ की तो पता चला कि पकड़ा गया शख्स कोई और नहीं बल्कि हार्डकोर नक्सली DVCM सुधाकर है. पकड़ा गए नक्सली पर 108 से ज्यादा स्थायी वारंट जारी थी.
55 साल के नक्सली पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज: पकड़े गए नक्सली की उम्र 55 साल की है. सुधाकर साल 1996 में माओवादियों के संगठन में शामिल हुआ था. साल 1996 से लेकर 2000 तक सुधाकर नक्सलियों के खतरनाक संगठन पीएलजीए का सदस्य रहा. साल 2001 से लेकर 2005 तक सुधाकर बीजापुर के मद्देड़ इलाके में दलम के लिए काम करता रहा. दमल में वो कमांडर के पद पर तैनात था. मद्देड़ एरिया में कमांडर रहते हुए सुधाकर ने हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूट, आगजनी, बलवा जैसे सैंकड़ों वारदातों को अंजाम दिया. साल 1996 तारलागुड़ा में हुए माओवादी हमले में भी सुधारकर शामिल रहा. कुख्यात माओवादी के खिलाफ कुल 108 मामले दर्ज हैं. थाना मद्देड़ में 38, थाना बासागुड़ा में 27, थाना बीजापुर में 27, थाना उसूर में 14, थाना ईलमिड़ी में दो स्थाई वारंट लंबित हैं.