भरतपुर. नीट परीक्षा और परिणाम के तनाव में एक और छात्रा ने आत्महत्या कर ली. शहर की गौरीशंकर कॉलोनी निवासी छात्रा तरु सिंह नीट परीक्षा पास कर एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहती थी. उसने इस वर्ष तीसरी बार नीट परीक्षा दी थी, लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिली. इस पर छात्रा ने आत्महत्या कर ली.
जानकारी के अनुसार गौरी शंकर कॉलोनी निवासी राजेंद्र सिंह की पुत्री तरु सिंह (19) एमबीबीएस कर डॉक्टर बनना चाहती थी. इसलिए वो तीन साल से लगातार नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी और हर वर्ष परीक्षा भी दे रही थी. पहली बार नीट परीक्षा में उसके 148 अंक आए, दूसरी बार परीक्षा में 290 और इस साल नीट की परीक्षा में दूसरी बार से भी 12 अंक कम यानी 278 अंक ही आ पाए. इससे छात्रा तनाव में आ गई थी.
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छात्रा तरु सिंह की मां दीपा चौधरी कामां के एक निजी कॉलेज में पढ़ाती हैं, जबकि पिता निजी कंपनी में काम करते हैं. शुक्रवार को छात्रा की मां कॉलेज और पिता काम पर गए थे. छात्रा का भाई चिराग कॉलेज पढ़ने गया था. वहीं, घर में अकेली छात्रा ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली.
भाई चिराग जब घर लौट कर आया तो उसकी हालत खराब थी. इस पर भाई उसे तत्काल आरबीएम अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर मथुरा गेट थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया. वहीं, परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया गया और फिर परिवार के लोगों को शव सौंप दिया. बताया जा रहा है कि छात्रा घर से ही नीट की तैयारी कर रही थी.