रांचीः सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने रांची में अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर के नाम पर चल रही ठगी के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार किया है. इस अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर से देश-विदेश के लोगों से इंटेलिजेंस एजेंसी के नाम पर ठगी की जा रही थी.
सीआईडी और आई4सी ने किया रेड
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच को यह शिकायत मिली थी कि रांची के किशोरगंज चौक स्थित एक कार्यालय से विदेशी नागरिकों को फोन कर इंटेलिजेंस एजेंसी के नाम पर धमका कर पैसों की ठगी की जा रही है. जानकारी मिलने पर सीआईडी की टीम ने सोमवार की देर रात रांची के किशोरगंज स्थित बीएम हाइट में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर में छापेमारी की. सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि एक एकरामुल अंसारी और रविकांत नाम के दो व्यक्तियों के द्वारा रिकी कंसलटेंसी सर्विसेज, जीजी इन्फोटेक और आरोग्य ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था. फर्जी कॉल सेंटर से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को इंटरनेट कॉलिंग सॉफ्टवेयर से कॉल किया जाता. जिसमें उन्हें बताया जाता कि वह इंटेलिजेंस एजेंसी से बोल रहे हैं. यह गिरोह विदेश के लोगों को ईमेल रिमोट डेस्कटॉप एप्लीकेशन का प्रयोग कर ठगी कर रहे थे.
रात भर चली रेड
सीआईडी साइबर क्राइम ब्रांच की टीम सोमवार पूरी रात तक कॉल सेंटर में छापेमारी करती रही. सीआईडी और आई4सी के साइबर एक्सपर्ट के कॉल सेंटर में मौजूद 40 से ज्यादा कंप्यूटर को जब्त कर उसकी जांच कर रहे हैं. सीआईडी डीजी के अनुसार इस मामले में अभी और खुलासा होना बाकी है. जब्त किए गए सिस्टम की जांच की जा रही है.
30 लोग कर रहे थे काम
अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर के नाम पर चल रहे इस फर्जीवाड़ा को अंजाम देने के लिए संचालकों ने 30 आईटी एक्सपर्ट को बहाल कर रखा था. कॉल सेंटर में दोनों शिफ्ट में काम चल रहा था. कॉल सेंटर में काम करने वाले सभी युवक युवतियों से सीआईडी की टीम आज पूछताछ करेगी.
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