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अब फ्रांस में भारतीय छात्रों की पढ़ाई होगी आसान, क्लासेस इंटरनेशनल की शुरुआत

Launch Of Classes Internationals : फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने क्लासेस इंटरनेशनल शुरू करने की घोषणा की. अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ इस पर साझा संकल्प व्यक्त किया था.

Launch Of Classes Internationales
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की फाइल फोटो.
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 30, 2024, 2:35 PM IST

नई दिल्ली : भारत की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने क्लासेस इंटरनेशनल (अंतर्राष्ट्रीय कक्षाएं) शुरू करने की घोषणा की. यह भारतीय छात्रों के लिए अपनी पसंद की डिग्री हासिल करने से पहले फ्रांस में एक साल के लिए फ्रेंच सीखने का एक विशेष कार्यक्रम है. फ्रांसीसी दूतावास ने मंगलवार को नई दिल्ली में यह जानकारी दी.

इस योजना के तहत छात्रों को फ्रांस में अपने चुने हुए पाठ्यक्रम में प्रवेश करने से पहले, एक शैक्षणिक वर्ष के दौरान अत्यधिक प्रतिष्ठित फ्रांसीसी विश्वविद्यालयों में एक विदेशी भाषा और फ्रेंच सिखाई जाएगी. इस कोर्स को कार्यप्रणाली और शैक्षणिक सामग्री के रूप में सितंबर 2024 से शुरू किया जायेगा.

क्लासेस इंटरनेशनल प्रोग्राम को भारत के सबसे प्रतिभाशाली हाई स्कूल स्नातकों को केवल अंग्रेजी-सिखाए गए कार्यक्रमों तक सीमित किए बिना फ्रांस की समृद्ध, विविध और विश्व-प्रसिद्ध शैक्षिक पेशकशों तक पहुंचने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है. पहले से ही फ्रेंच भाषा सीखने वाला या पूरी तरह से शुरुआती होने के बावजूद, एक छात्र को अब उस संस्थान में इमर्सिव भाषा प्रशिक्षण का एक बुनियादी वर्ष सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद फ्रांसीसी उच्च शिक्षा संस्थानों के फ्रेंच-सिखाए गए स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश दिया जा सकेगा.

राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने एलायंस फ्रांसेइस डी जयपुर के भारतीय छात्रों, दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के फ्रांसीसी विभागों और स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद फ्रांस से लौटे पूर्व छात्रों से मुलाकात की. राष्ट्रपति ने भारतीय छात्रों के लिए अधिक अवसर खोलने की फ्रांस की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. जिसका उदाहरण के रूप में उन्होंने क्लासेस इंटरनेशनल, अलुमिएनआई के लिए 5 साल का अल्पकालिक शेंगेन वीजा और फ्रांसीसी शैक्षणिक छात्रवृत्ति का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हम 2030 तक फ्रांस में 30,000 भारतीय छात्रों का स्वागत करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह हो जाता है तो मैं सबसे खुश राष्ट्रपति होगा.

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं :

  1. समावेशिता: कार्यक्रम सभी भारतीय छात्रों के लिए खुला है, भले ही उनका फ्रेंच भाषा का वर्तमान स्तर कुछ भी हो. शैक्षणिक उत्कृष्टता ही एकमात्र शर्त है.
  2. उत्कृष्टता और शिक्षा की विस्तृत श्रृंखला: कार्यक्रम सभी क्षेत्रों में विश्व प्रसिद्ध फ्रांसीसी उच्च शिक्षा संस्थानों - विश्वविद्यालयों, ग्रैंड इकोल्स, इंजीनियरिंग, प्रबंधन, विज्ञान, मानविकी, कला और ओटोथस्पेशलाइज्ड स्कूलों तक पहुंच प्रदान करता है.
  3. फ्रांसीसी संस्कृति की जानकारी: छात्र फ्रांसीसी संस्कृति और भाषा को और अधिक करीब से जान पायेंगे. अन्य सभी छात्रों की तरह संस्थान की छात्र गतिविधियों में भाग ले सकते हैं.
  4. शैक्षणिक फोकस: फ्रेंच भाषा की कक्षाएं छात्र की ओर से चुने गए अध्ययन के क्षेत्र के अनुरूप होती हैं, जो क्षेत्र में प्रारंभिक पाठ्यक्रमों की पूरक होती हैं.
  5. छात्रवृत्ति के अवसर: उत्कृष्ट छात्रों को फ्रांस में उनकी उच्च शिक्षा का समर्थन करने के लिए भारत में फ्रांस के दूतावास की ओर से छात्रवृत्ति से सम्मानित किया जाएगा. भारत फ्रांसीसी छात्रवृत्ति का सबसे बड़ा लाभार्थी है.

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नई दिल्ली : भारत की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने क्लासेस इंटरनेशनल (अंतर्राष्ट्रीय कक्षाएं) शुरू करने की घोषणा की. यह भारतीय छात्रों के लिए अपनी पसंद की डिग्री हासिल करने से पहले फ्रांस में एक साल के लिए फ्रेंच सीखने का एक विशेष कार्यक्रम है. फ्रांसीसी दूतावास ने मंगलवार को नई दिल्ली में यह जानकारी दी.

इस योजना के तहत छात्रों को फ्रांस में अपने चुने हुए पाठ्यक्रम में प्रवेश करने से पहले, एक शैक्षणिक वर्ष के दौरान अत्यधिक प्रतिष्ठित फ्रांसीसी विश्वविद्यालयों में एक विदेशी भाषा और फ्रेंच सिखाई जाएगी. इस कोर्स को कार्यप्रणाली और शैक्षणिक सामग्री के रूप में सितंबर 2024 से शुरू किया जायेगा.

क्लासेस इंटरनेशनल प्रोग्राम को भारत के सबसे प्रतिभाशाली हाई स्कूल स्नातकों को केवल अंग्रेजी-सिखाए गए कार्यक्रमों तक सीमित किए बिना फ्रांस की समृद्ध, विविध और विश्व-प्रसिद्ध शैक्षिक पेशकशों तक पहुंचने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है. पहले से ही फ्रेंच भाषा सीखने वाला या पूरी तरह से शुरुआती होने के बावजूद, एक छात्र को अब उस संस्थान में इमर्सिव भाषा प्रशिक्षण का एक बुनियादी वर्ष सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद फ्रांसीसी उच्च शिक्षा संस्थानों के फ्रेंच-सिखाए गए स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश दिया जा सकेगा.

राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने एलायंस फ्रांसेइस डी जयपुर के भारतीय छात्रों, दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के फ्रांसीसी विभागों और स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद फ्रांस से लौटे पूर्व छात्रों से मुलाकात की. राष्ट्रपति ने भारतीय छात्रों के लिए अधिक अवसर खोलने की फ्रांस की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. जिसका उदाहरण के रूप में उन्होंने क्लासेस इंटरनेशनल, अलुमिएनआई के लिए 5 साल का अल्पकालिक शेंगेन वीजा और फ्रांसीसी शैक्षणिक छात्रवृत्ति का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हम 2030 तक फ्रांस में 30,000 भारतीय छात्रों का स्वागत करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह हो जाता है तो मैं सबसे खुश राष्ट्रपति होगा.

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं :

  1. समावेशिता: कार्यक्रम सभी भारतीय छात्रों के लिए खुला है, भले ही उनका फ्रेंच भाषा का वर्तमान स्तर कुछ भी हो. शैक्षणिक उत्कृष्टता ही एकमात्र शर्त है.
  2. उत्कृष्टता और शिक्षा की विस्तृत श्रृंखला: कार्यक्रम सभी क्षेत्रों में विश्व प्रसिद्ध फ्रांसीसी उच्च शिक्षा संस्थानों - विश्वविद्यालयों, ग्रैंड इकोल्स, इंजीनियरिंग, प्रबंधन, विज्ञान, मानविकी, कला और ओटोथस्पेशलाइज्ड स्कूलों तक पहुंच प्रदान करता है.
  3. फ्रांसीसी संस्कृति की जानकारी: छात्र फ्रांसीसी संस्कृति और भाषा को और अधिक करीब से जान पायेंगे. अन्य सभी छात्रों की तरह संस्थान की छात्र गतिविधियों में भाग ले सकते हैं.
  4. शैक्षणिक फोकस: फ्रेंच भाषा की कक्षाएं छात्र की ओर से चुने गए अध्ययन के क्षेत्र के अनुरूप होती हैं, जो क्षेत्र में प्रारंभिक पाठ्यक्रमों की पूरक होती हैं.
  5. छात्रवृत्ति के अवसर: उत्कृष्ट छात्रों को फ्रांस में उनकी उच्च शिक्षा का समर्थन करने के लिए भारत में फ्रांस के दूतावास की ओर से छात्रवृत्ति से सम्मानित किया जाएगा. भारत फ्रांसीसी छात्रवृत्ति का सबसे बड़ा लाभार्थी है.

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