बेंगलुरु: बेंगलुरु में एक अनोखा मामला सामने आया है जिस पर आपको हंसी भी आएगी. जी हां, बस से बेंगलुरु से मैसूर तक तोतों को ले जाने के लिए लिए जाने वाली टिकट की कीमत अब लोगों का ध्यान खींच रही है. घटना के अनुसार दादी और पोती ने केएसआरटीसी बस में अपने साथ चार लवबर्ड्स (तोते) को लेकर चढ़ीं थीं. जिसपर दादी और पोती ने तो बस में मुफ्त सफर किया लेकिन अपने साथ लाए गए चार लवबर्ड्स (तोते) का उन्हें 444 रुपये का टिकट देना पड़ गया.
खबरों के मुताबिक दादी और छोटी लड़की ने चार लवबर्ड्स (तोते) खरीदी और बुधवार सुबह 8 बजे मैसूर की यात्रा पे निकल पड़ीं. दोनों को शक्ति योजना के तहत मुफ्त टिकट दिया गया. हालांकि, चार तोतों को 444 रुपये में टिकट दिया गया यानि की प्रत्येक के लिए 111 रुपये का टिकट था.
टिकट की कीमत ने खींचा ध्यान
बीच की सीट पर लवबर्ड्स को बैठाकर दादी और पोती के बैठने के दृश्य को यात्रियों ने अपने मोबाइल फोन पर कैद किया और सोशल मीडिया पर भी साझा किया. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि टिकट की कीमत ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है.
मालूम हो शक्ति योजना के तहत कंडक्टर ने दादी और पोती को मुफ्त यात्रा टिकट दिए. हालांकि एक अन्य टिकट में लवबर्ड्स को 'बच्चों' के रूप में माना जाता है और 444 रुपये का टिकट दिया केएसआरटीसी नियमों के अनुसार यात्रियों को अपने साथ ले जाने वाले या पालतू जानवरों और पक्षियों के लिए आधा टिकट खरीदना होता है.
जिन यात्रियों को इस तरह से टिकट नहीं मिलता है, उन्हें अपनी यात्रा के टिकट की कीमत पर 10 प्रतिशत जुर्माना लगाने की अनुमति है. केएसआरटीसी अधिकारियों ने कहा कि यदि कंडक्टर आधा टिकट नहीं देता है, तो आपराधिक मामला दर्ज करने और केएसआरटीसी फंड के दुरुपयोग के लिए कंडक्टर को निलंबित करने की संभावना है.