नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय (MEA) ने हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर एक बार फिर अपनी स्थिति दोहराई.दौस को पिछले महीने देशद्रोह के आरोप में ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था. उन्होंने कहा कि भारत स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और उसने मामले को संभालने में उचित प्रक्रिया का आह्वान किया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, "हमने इस मुद्दे पर पहले भी बात की है. हम अपनी अपेक्षा दोहराना चाहेंगे कि बांग्लादेश में चल रही प्रासंगिक कानूनी प्रक्रियाओं को निष्पक्ष, न्यायसंगत और पारदर्शी तरीके से लागू किया जाए, जिससे संबंधित व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान सुनिश्चित हो सके."
#WATCH | Delhi | MEA official spokesperson Randhir Jaiswal says, " foreign secretary is scheduled to visit bangladesh on the 9th of december and he will meet his counterpart and there will be several other meetings during the visit. foreign office consultations led by the foreign… pic.twitter.com/SXBQDjSThy
— ANI (@ANI) December 6, 2024
हिंदू समुदाय पर 200 से अधिक हमले
जायसवाल ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर भी प्रकाश डाला, जहां रिपोर्ट बताती हैं कि 5 अगस्त 2024 से 50 से अधिक जिलों में हिंदू समुदाय पर 200 से अधिक हमले हुए हैं. बांग्लादेश में नेतृत्व परिवर्तन के बाद यह हिंसा तेज हो गई है, जिसमें प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद मुहम्मद यूनुस ने सत्ता संभाली है. भारत ने इन हमलों और बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर की जा रही चरमपंथी बयानबाजी में वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त की है.
हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान
इन बढ़ते तनावों के बीच भारत ने बांग्लादेश सरकार से धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया है. जायसवाल ने कहा, "हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंसा में वृद्धि को रोकने का आह्वान करते हैं."
विदेश सचिव विक्रम मिस्री की बांग्लादेश यात्रा
9 दिसंबर 2024 को निर्धारित विदेश सचिव विक्रम मिस्री की बांग्लादेश की आगामी यात्रा में भारत की चिंताएं और भी स्पष्ट हो गईं. मिस्री सुरक्षा, व्यापार और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सहित प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपने बांग्लादेशी समकक्षों के साथ विदेश कार्यालय परामर्श (FOC) आयोजित करने वाले हैं. जायसवाल ने कहा, "विदेश सचिव के नेतृत्व में विदेश कार्यालय परामर्श भारत और बांग्लादेश के बीच एक संरचित जुड़ाव है. हम इस बैठक का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं."
सीरिया में 90 भारतीय नागरिक
सीरिया में बढ़ते संघर्ष को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हाल ही में लड़ाई के तेज होने पर चिंता जताई. प्रवक्ता ने कहा, "हमने सीरिया के उत्तर में लड़ाई में हाल ही में हुई वृद्धि पर ध्यान दिया है. हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं." सीरिया में भारत के लगभग 90 नागरिक हैं, जिनमें से 14 संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया कि संघर्ष के दौरान सीरिया में भारतीय मिशन अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ निकट संपर्क में है.