नई दिल्ली: लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होने जा रहा है. संसद के सत्र में 24 और 25 जून को लोकसभा में नए सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा. 26 जून को बचे हुए सदस्यों का शपथ ग्रहण और नए स्पीकर का चुनाव होगा. 27 जून को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति दोनों सदनों को संबोधित करेंगी. संसद के सत्र में इस बार विपक्ष के हाथ कई मुद्दा लग चुका है. इस बार विपक्ष पिछली बार के तुलना में काफी मजबूत है और ऐसे में विपक्षी पार्टियां सरकार से विभिन्न मुद्दों पर जवाब मांग सकती है.
27 जून से 3 जुलाई राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सरकार को विपक्ष घेरने की तैयारी कर रही है. वैसे तो दावा ये भी है की विपक्ष संसद के पहले दिन से ही सरकार को घेरेगी. यदि मुद्दों की बात करें तो ईवीएम हैक करने के अलावा सबसे बड़ा मुद्दा पेपर लीक का है जिसे इस सत्र में विपक्ष सरकार के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने जा रही है.
विपक्ष ने नीट परीक्षा 2024 में कथित रूप से धांधली और भ्रष्टाचार को लेकर भारी हंगामा करने के लिए कमर कस लिया है. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय देंगे. सूत्रों के मुताबिक. इस दौरान पीएम से विपक्ष जवाब मांगेगा. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आक्रामक विपक्ष राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर सकती है.
वैसे तो इस सत्र में बहुत ज्यादा विधायी कार्य नहीं हैं, बावजूद ये सत्र हंगामेदार होने की संभावना हैं, क्योंकि विपक्ष पहले सत्र से ही इस बार वॉकआउट नही बल्कि अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए हंगामे को हथियार बनाने की तैयारी कर रहा है. कुल मिलाकर देखा जाए तो 18वीं लोकसभा का ये सत्र कई मामलों में सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
बता दें कि, नीट पेपर और UGC-NET के पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है. जिसको लेकर गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा . उन्होंने कहा कि, 'हिन्दुस्तान में जो पेपर लीक हो रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे, या फिर रोकना नहीं चाहते..' राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, वे संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे'.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 12 जून को कहा था कि, 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा. किरेन रिजिजू ने आगामी सत्र में रचनात्मक बहस का आह्वान किया और सभी राजनीतिक दलों से सहयोग करने का आग्रह किया है. इसके अलावा, राज्यसभा का सत्र 27 जून से शुरू होने वाला है. सत्र के दौरान, नवनिर्वाचित सदस्य शपथ लेंगे और 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी, जिसमें संभवतः अगले पांच सालों के लिए नई सरकार के रोडमैप की रूपरेखा बताई जाएगी.
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