मंगलुरु: एक स्कूल में लोगों के बीच कथित रूप से सांप्रदायिक नफरत फैलाने वाले बयान देने के आरोप में बीजेपी के दो विधायकों वेदव्यास कामथ और वाई भरत शेट्टी समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पांडेश्वर पुलिस स्टेशन में दो भाजपा विधायकों, दो कॉर्पोरेटरों संदीप गरोड़ी, भरत कुमार और एक विहिप प्रभाग सचिव शरण पंपवेल और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
यह केस अनिल लोबो ने दर्ज कराया है. 'स्कूल टीचर ने किसी भी धर्म का अपमान नहीं किया, लेकिन स्कूल प्रबंधन से इस बारे में चर्चा किए बिना इन लोगों ने स्कूल के पास विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया. जय श्रीराम के नारे लगाते हुए छात्रों को स्कूल प्रबंधन बोर्ड के नियमों का उल्लंघन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धमकी दी. इसके जरिए उन्होंने समुदायों के बीच दंगे भड़काए. इसके अलावा उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया कि उन्होंने जिले में शांति और व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की.
शहर के एक निजी स्कूल में एक शिक्षिका के विवादित बयान के बाद हंगामे की घटना के बाद सरकार की ओर से भी कड़ा कदम उठाया है. सरकार ने दक्षिण कन्नड़ जिले के एक अधिकारी डी रामचंद्र नायक (deputy director of public instruction ) का तबादला कर दिया. शिक्षिका ने कथित तौर पर हिंदू विरोधी टिप्पणी की थी. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि नायक को बेलगावी के एक सरकारी शिक्षक महाविद्यालय में व्याख्याता के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया है. कांग्रेस ने कल आरोप लगाया कि भाजपा विधायकों और अन्य लोगों ने शहर के सेंट गेरोसा स्कूल की हालिया घटना पर भड़काऊ बयान जारी किए थे, जहां कक्षा के अंदर कथित 'हिंदू विरोधी' टिप्पणी करने के लिए एक शिक्षक को उसके पद से हटा दिया गया था.