सोनीपत : किसानों का दिल्ली कूच 29 फरवरी तक के लिए टल गया है. इस बीच लोगों के लिए अच्छी ख़बर भी आ रही है. किसानों के दिल्ली कूच को लेकर कुंडली सिंघु बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए जो सीमेंट की बैरिकेडिंग की गई थी, उसे हटाने का काम शुरू हो गया है जिससे निश्चित तौर पर लोगों को हो रही परेशानियों में कमी आएगी. बैरिकेडिंग के चलते लाखों लोगों को रोजाना दिल्ली आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
हटाई जा रही सीमेंट की बैरिकेडिंग : आपको बता दें कि कुंडली सिंघु बॉर्डर पर सर्विस लेन पर सीमेंट की बैरिकेडिंग को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस नेशनल हाईवे 44 पर सीमेंट की बैरिकेडिंग को जेसीबी मशीन से तोड़ने का काम कर रही है . यहां पर लेन खुलने से लोगों को दिल्ली आने-जाने में बड़ी राहत मिलेगी. 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए बॉर्डर को बंद कर दिया गया था.
बॉर्डर खुलने से लोगों में खुशी : वहीं दिल्ली के टिकरी बॉर्डर को भी खोला जा रहा है. यहां रखे कंटेनरों और बैरिकेडिंग को दिल्ली पुलिस हटा रही है. बताया जा रहा है कि अभी एक साइड की रोड खोली जाएगी. बॉर्डर खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है. वहीं स्थानीय लोगों ने और व्यापारी वर्ग ने सरकार के इसे फैसले का स्वागत किया है.
ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति : वहीं दिल्ली-रोहतक राष्ट्रीय राजमार्ग खोला जा रहा है. इस फैसले के बारे में बताते हुए झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने कहा है कि "हम एक लेन खोलने की तैयारी कर रहे हैं. मैंने इस बारे में संबंधित डीएसपी और SHO से चर्चा की है. हमारा उद्देश्य आम जनता को ट्रैफिक जाम से परेशानी से निजात दिलाने का है. पहले हम एक लेन खोलेंगे, फिर आगे के कदम के बारे में जनता को जानकारी दी जाएगी. "
किसानों का कैंडल मार्च : किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर जान गंवाने वाले शुभकरण सिंह की याद में शंभू बॉर्डर पर कैंडल मार्च निकाला गया. बड़ी तादाद में किसान इसमें शामिल हुए. वहीं जींद में भी दाता सिंह वाल बॉर्डर पर किसानों ने कैंडल मार्च निकाला. हालांकि किसानों ने सील बॉर्डर से दूरी बनाए रखी जिसके चलते बॉर्डर पर शांति बनी रही.
बजरंग पुनिया ने पूछा सवाल : वहीं रेसलर बजरंग पुनिया किसान आंदोलन के समर्थन में आ गए हैं. बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पोस्ट डालकर किसान आंदोलन का समर्थन किया है. बजरंग पुनिया ने लिखा कि "21 फरवरी को एक नौजवान किसान शहीद हो चुका है और ये दूसरा नौजवान किसान प्रीतपाल ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. किसानों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए सही नहीं है. किसानों के साथ हुए इस बर्ताव को देखकर दिमाग़ सन्न पड़ गया है."
पंजाब ने हरियाणा को लिखा ख़त : इस बीच पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल को पत्र लिखकर पीजीआई रोहतक में भर्ती किसान प्रीतपाल सिंह को पंजाब के अधिकारियों को सौंपने का अनुरोध किया है. उन्होंने लिखा है कि ये सुनिश्चित करना है कि उनका इलाज पंजाब में सरकार मुफ्त में कर सके.
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