ETV Bharat / bharat

'बीपीएससी TRE 3 का पेपर हुआ लीक, 10-10 लाख में बेचे जाने के साक्ष्य', EOU ने सौंपी BPSC को रिपोर्ट - TRE 3 paper leak case

TRE 3 paper leak case : बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offenses Unit of Bihar) ने 48 घंटे के अंदर ही पेपर लीक कांड का पर्दाफाश कर दिया. जिस दिन पेपर लीक हुआ उसी दिन से EOU ने पड़ताल शुरू कर दी थी. गिरोह के एक सदस्य के पकड़े जाने के बाद केस बड़े खुलासे की ओर अग्रसर हो गया. EOU ने प्रश्न पत्रों के मिलान के बाद माना है कि पेपर लीक हुआ. अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी है जिसमें कहा गया है कि..

TRE 3 paper leak case
TRE 3 paper leak case
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 16, 2024, 9:15 PM IST

पटना : बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE 3 के पेपर लीक होने की पुष्टि हो गई है. साथ ही EOU की जांच में ये भी तथ्य सामने आया है कि अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपए लेकर उन्हें परीक्षा के पहले ही पेपर मुहैया कराए गए थे. शिकायत पर ट्रैक कर रही पुलिस की टीम ने पटना से गिरोह के एक सदस्य को पकड़ा था. उसी की निशानदेही पर पूरा पर्दाफाश हुआ. पुलिस पकड़े गए अभियुक्तों से पहले हुई परीक्षा को लेकर भी पूछताछ कर रही है.

'जांच में पाया गया कि पेपर लीक हुआ है' : आर्थिक अपराध इकाई ने अपने जांच में ये पाया कि अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपए लेकर उन्हें पेपर मुहैया कराया गया था. साथ ही प्रश्न पत्रों के उत्तर को रटवाने के लिए उन्हें स्कॉर्पियो और बसों में भरकर झारखंड के हजारीबाग के एक होटल में ठहराया गया था. इधर बिहार में एक कड़ी के पकड़े जाने के बाद पूरे रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है. 13 मार्च को ही इस संबंध में EOU को गोपनीय जानकारी मिली थी. बता दें कि परीक्षा की तारीख 15 मार्च 2024 थी.

10-10 लाख में बेचे गए प्रश्न पत्र : बिहार की पुलिस ने झारखंड के सहयोग से पूरे खेल का पर्दाफाश किया. अपनी जांच में आर्थिक अपराध इकाई ने माना कि प्रश्न पत्र बिल्कुल हू-ब-हू थे. 10-10 लाख रुपए देकर पेपर माफिया द्वारा सेटिंग की गई थी. कुल 270 अभ्यर्थियों से इस संबंध में पूछताछ हुई. बता दें कि कई अभ्यर्थियों ने द्वारा शिकायत भी की गई थी कि 12-12 लाख रुपए लेकर पेपर बेचे गए थे. ईओयू ने अपनी जांच रिपोर्ट बिहार लोक सेवा आयोग को सौंप दी है. अब फैसला आयोग को करना है.

''14.03.2024 को एक विशेष टीम गठित किया गया. छापामारी के क्रम में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पटना स्थित करबिगहिया क्षेत्र से शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के साथ पकड़ा गया, जिसके पास से बहुत सारे अभिलेख जब्त किये गये. पूछताछ के दौरान उनलोगों के द्वारा गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में बताया कि उनके द्वारा सैंकड़ों की संख्या में कई अभ्यर्थियों को कई स्कॉपिओ एवं बसों से 'लीक प्रश्न पत्र' का उत्तर याद करवाने/रटवाने के लिए झारखण्ड ले जाया गया. जांच में प्रश्न पत्र से मिलान पर बुकलेट से हूबहू मिलता सही पाया गया.''- आर्थिक अपराध इकाई, बिहार

ये भी पढ़ें-

पटना : बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE 3 के पेपर लीक होने की पुष्टि हो गई है. साथ ही EOU की जांच में ये भी तथ्य सामने आया है कि अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपए लेकर उन्हें परीक्षा के पहले ही पेपर मुहैया कराए गए थे. शिकायत पर ट्रैक कर रही पुलिस की टीम ने पटना से गिरोह के एक सदस्य को पकड़ा था. उसी की निशानदेही पर पूरा पर्दाफाश हुआ. पुलिस पकड़े गए अभियुक्तों से पहले हुई परीक्षा को लेकर भी पूछताछ कर रही है.

'जांच में पाया गया कि पेपर लीक हुआ है' : आर्थिक अपराध इकाई ने अपने जांच में ये पाया कि अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपए लेकर उन्हें पेपर मुहैया कराया गया था. साथ ही प्रश्न पत्रों के उत्तर को रटवाने के लिए उन्हें स्कॉर्पियो और बसों में भरकर झारखंड के हजारीबाग के एक होटल में ठहराया गया था. इधर बिहार में एक कड़ी के पकड़े जाने के बाद पूरे रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है. 13 मार्च को ही इस संबंध में EOU को गोपनीय जानकारी मिली थी. बता दें कि परीक्षा की तारीख 15 मार्च 2024 थी.

10-10 लाख में बेचे गए प्रश्न पत्र : बिहार की पुलिस ने झारखंड के सहयोग से पूरे खेल का पर्दाफाश किया. अपनी जांच में आर्थिक अपराध इकाई ने माना कि प्रश्न पत्र बिल्कुल हू-ब-हू थे. 10-10 लाख रुपए देकर पेपर माफिया द्वारा सेटिंग की गई थी. कुल 270 अभ्यर्थियों से इस संबंध में पूछताछ हुई. बता दें कि कई अभ्यर्थियों ने द्वारा शिकायत भी की गई थी कि 12-12 लाख रुपए लेकर पेपर बेचे गए थे. ईओयू ने अपनी जांच रिपोर्ट बिहार लोक सेवा आयोग को सौंप दी है. अब फैसला आयोग को करना है.

''14.03.2024 को एक विशेष टीम गठित किया गया. छापामारी के क्रम में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पटना स्थित करबिगहिया क्षेत्र से शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के साथ पकड़ा गया, जिसके पास से बहुत सारे अभिलेख जब्त किये गये. पूछताछ के दौरान उनलोगों के द्वारा गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में बताया कि उनके द्वारा सैंकड़ों की संख्या में कई अभ्यर्थियों को कई स्कॉपिओ एवं बसों से 'लीक प्रश्न पत्र' का उत्तर याद करवाने/रटवाने के लिए झारखण्ड ले जाया गया. जांच में प्रश्न पत्र से मिलान पर बुकलेट से हूबहू मिलता सही पाया गया.''- आर्थिक अपराध इकाई, बिहार

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.