कोलकाताः धीरे-धीरे प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर कोलकाता आ रहा है, क्योंकि केंद्रीय एजेंसी बड़े पैमाने पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों के संबंध में जांच कर रही है.
बुधवार सुबह 7 बजे ईडी की टीम कोलकाता के एक कारोबारी के घर पहुंची. सीजीओ कॉम्प्लेक्स के सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने आज सुबह दक्षिण कोलकाता के मुदियाली में प्रतिष्ठित व्यवसायी के घर पर छापा मारा. इससे पहले भी इस मामले में दो कारोबारियों से पूछताछ की जा चुकी है. ईडी के अधिकारियों ने दावा किया है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के तार कोलकाता के कारोबारी से जुड़े हुए हैं. ईडी का आरोप है कि कोलकाता के कारोबारी योगेश अग्रवाल का रियल एस्टेट और फाइनेंस का कारोबार है. घटना को लेकर पश्चिम बंगाल के ईडी अधिकारी झारखंड के अपने समकक्षों के साथ नियमित बैठक कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद उनके आवास से एक कार बरामद की गई है. ईडी ने दावा किया कि जो कार मिली है वह मुदियाली व्यवसायी की कंपनी द्वारा पंजीकृत थी. हेमंत सोरेन की कार भी मुदियाली कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है. यह पता चला है कि कोलकाता के दो व्यापारियों का बयान उन सबूतों में से एक था जो ईडी को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के मामले में मिले थे.
इससे पहले जांचकर्ताओं ने दोनों कारोबारियों के बयान दर्ज किए. यह पता चला है कि दो व्यवसायी दिलीप घोष और अमित अग्रवाल हैं, जिनसे सोरेन से जुड़े भ्रष्टाचार मामलों के संबंध में पूछताछ की गई थी. ईडी सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल जून में दिलीप और अमित दोनों को केंद्रीय एजेंसी ने कोलकाता से गिरफ्तार किया था. केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता के इन दोनों कारोबारियों से पूछताछ के बाद कथित जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन की संलिप्तता के बारे में और भी खास जानकारी और सबूत मिले.
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