चंडीगढ़/नई दिल्ली/रोहतक : हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक बार फिर से जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निशाने पर है. दिल्ली में केंद्रीय जांच एजेंसी ED के मुख्यालय में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से करीब 7 घंटे तक पूछताछ की गई.
14 दिन में दूसरी बार भूपेंद्र सिंह हुड्डा से पूछताछ : सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह से दिल्ली के ईडी मुख्यालय में 14 दिन में दूसरी बार पूछताछ की गई. दरअसल भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर गुड़गांव के नजदीक मानेसर में प्राइवेट बिल्डर्स को फायदा पहुंचाने का आरोप है. आरोप है कि उनके कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे कम कीमत पर बिल्डरों को बेच दिया गया. हालांकि अभी तक ईडी ने इस बारे में कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि पहली पूछताछ में ईडी को कई सवालों के जवाब भूपेंद्र सिंह हुड्डा से नहीं मिले जिसके बाद दोबारा उनसे पूछताछ की गई.
17 जनवरी को भी 7 घंटे तक हुई थी पूछताछ : आपको बता दें कि 17 जनवरी को ईडी की टीम ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की थी. उस दौरान भी करीब 7 घंटे तक ये पूछताछ चली थी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री से ईडी की टीम ने सवाल-जवाब किए थे. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने फरवरी 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामले में केस दर्ज किया था.
'भ्रष्टाचार हुआ है तो ईडी पूछताछ के लिए बुलाएगी' : इस बीच भूपेंद्र सिंह हुड्डा से ईडी की पूछताछ पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी का बयान सामने आया है. रोहतक पहुंचे हरियाणा बीजेपी चीफ नायब सिंह सैनी ने कहा है कि ईडी स्वतंत्र जांच एजेंसी है और ईडी का काम करने का अपना तरीका है. अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो ईडी पूछताछ के लिए बुलाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि हुड्डा के राज में नौकरियों के रेट फिक्स हुआ करते थे. भ्रष्टाचार के मामले में राज्य नंबर वन था. किसानों की जमीन का अधिग्रहण कर भूमाफिया को दे दिया जाता था. उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश जानता है कि हुड्डा ने अपने कार्यकाल में कितनी नौकरियां दी और किस आधार पर दी जबकि मौजूदा सरकार बिना खर्ची और बिना पर्ची के नौकरी दे रही है. नायब सिंह सैनी ने हुड्डा के साथ अरविंद केजरीवाल पर भी वार किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो ईडी के सामने पेश ही नहीं हो रहे हैं. दिल्ली में शराब घोटाले के नाम पर इतना बड़ा भ्रष्टाचार हो गया और केजरीवाल ईमानदार बन रहे हैं. केजरीवाल को ईडी के सामने पेश होकर अपनी बात रखनी चाहिए.
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