लखनऊ: रेप के मामले में जेल में बंद सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की घोटाले की रकम से खरीदी गई बेनामी संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय जब्त करने में जुटा है. एजेंसी ने अब तक की गई कार्रवाई का ब्योरा जारी करते हुए बताया है कि, गायत्री की अब तक मुंबई से लेकर लखनऊ के मोहन लाल गंज व अमेठी तक फैली 50.37 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. ये कार्रवाई मनी लांड्रिंग के केस के चलते हो रही है.
वर्ष 2017 से खनन घोटाले व रेप के मामले में जेल में बंद गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ अब तक हुई कार्रवाई का ब्योरा जारी करते हुए ईडी ने बताया है कि एजेंसी ने गायत्री के परिवार और नौकरों के नाम से खरीदे गए मुंबई के मलाड के एक अपार्टमेंट में चार फ्लैट, लखनऊ में मोहनलाल गंज व हरिहरपुर में 7 कृषि व आवासीय जमीन के रूप में अचल संपत्तियों को मनी लांड्रिंग एक्ट के अंतर्गत अस्थायी रूप से जब्त किया है जिनकी कुल कीमत लगभग 13.42 करोड़ रुपये है. ईडी अब तक गायत्री की 50.37 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है.
वर्ष 2021 से जांच कर रही ईडी ने पाया है कि सपा सरकार में खनन मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया व अपने परिवार के सदस्यों, नौकरी और दोस्तों के नाम आय से अधिक संपत्ति अर्जित की, जो पूरी तरह से अवैध थी. उनकी आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना में ये संपत्ति कई गुना ज्यादा थी. ईडी ने पहले चरण में गायत्री के बेटों, बहुओं, नौकरों, मित्रों, बेनामी धारकों के नाम पर खरीदी गई 60 संपत्तियों को कुर्क किया था, जिनकी कुल कीमत 36.95 करोड़ थी. वहीं दूसरे चरण में 50.37 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई.
ये भी पढ़ेंः अयोध्या जाने के लिए दूसरे की पत्नी को बताया था अपनी, जानिए कारसेवक राजू पाठक की कहानी