चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और उनके बेटे की 4.58 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की हैं. बता दें साधु सिंह धर्मसोत कांग्रेस सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री थे. फिल्हाल ईडी साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है.
आपको बता दें साधु सिंह धर्मसोत 1 मार्च 2016 से 31 मार्च 2022 तक पंजाब के वन मंत्री रह चुके हैं. धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी की जांच में पाया गया कि पूर्व मंत्री धर्मसोत ने ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की हैं.
प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार रात एक बयान में यह जानकारी साझा की हैं. जिसमें उन्होनें बताया की ईडी जालंधर ने यह कार्रवाई शुरु की है. उन्होनें बताया की कुर्की में चार अचल संपत्तियां शामिल हैं. जिसमें पंजाब में दो आवासीय भूखंड, एक आवासीय घर और एक आवासीय फ्लैट सहित अचल और चल संपत्ति के साथ-साथ बैंक शेष और म्यूचुअल फंड में निवेश शामिल हैं.
ईडी ने यह भी बताया की पंजाब सतर्कता ब्यूरो द्वारा दर्ज एक एफआईआर के आधार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत जांच शुरू की थी. जिसमें ईडी द्वारा की गई जांच के दौरान पाया गया कि धर्मसोत ने अनुसूचित अपराधों के सिलसिले में 6.39 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की थी. इस संपत्ति के बारे में भी धर्मसोत से पूछताछ की गई, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला हैं.
आपको बता दें करीब दो महीने पहले यानि 30 नवंबर 2023 को पंजाब के पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को गिरफ्तार किया गया था. धर्मसोत को ईडी की जालंधर यूनिट ने वन घोटाले और आय से अधिक संपत्ति मामले में पूछताछ के लिए भी बुलाया था. जहां जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर ईडी ने यह कार्रवाई की.
मंत्री की गिरफ्तारी के बाद उनका सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया था. नवंबर 2023 को ईडी ने धर्मसोत के अलावा संगत सिंह गिलजियां, वन विभाग के कुछ ठेकेदारों और उनके करीबियों के घरों पर भी छापेमारी की थी.