ETV Bharat / bharat

रांची जमीन घोटाला के कोलकाता कनेक्शन का खुलासा, ईडी ने तीन को दबोचा, हजारीबाग कोर्ट का कर्मी भी गिरफ्तार - Ranchi land scam

ED arrested three accused. हेमंत सोरेन से जुड़े रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी ने बड़ा खुलासा किया है. मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें से दो कोलकाता के हैं.

ED arrested three accused in Ranchi land scam case related to Hemant Soren
रांची ईडी जोनल ऑफिस (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : May 10, 2024, 6:36 AM IST

रांचीः जमीन घोटाला से जुड़े कोलकाता कनेक्शन का ईडी ने पर्दाफाश कर दिया है. रांची लैंड स्कैम से जुड़े मामले में ईडी ने तीन महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं. गिरफ्तार आरोपियों में दो कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस के कर्मी हैं, जबकि एक हजारीबाग कोर्ट का कर्मी है.

कौन कौन हुए गिरफ्तार

राजधानी रांची में जमीन को कब्जाने के लिए कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय में कागजात तैयार किए जाते थे. गुरुवार देर रात ईडी के द्वारा इस नेटवर्क में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. तीनों की गिरफ्तारी की पुष्टि ईडी सूत्रों ने की है. जानकारी के अनुसार जमीन घोटाला मामले में फर्जी कागजात बनाने में शामिल कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस के सफाईकर्मी संजीत और कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस के ही तापस घोष को गिरफ्तार किया गया है.

वहीं झारखंड के हजारीबाग कोर्ट के कर्मी इरशाद अख्तर को गिरफ्तार किया गया है. तीनों की गिरफ्तारी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े जमीन घोटाला के मामले में हुई है. ईडी ने गुरुवार को तीनों को समन देकर रांची स्थित जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया था. कई घंटों चली पूछताछ के बाद ईडी ने गुरुवार की देर रात तीनों की गिरफ्तार कर लिया.

क्या थी तीनों आरोपियों की भूमिका

ईडी ने जांच में पाया है कि हजारीबाग का कोर्ट कर्मचारी मो. इरशाद के द्वारा फर्जी डीड की राइटिंग की जाती थी. इरशाद ने फर्जी डीड राइटिंग के एवज में पूर्व से जेल में बंद मास्टरमाइंड अफसर अली और सद्दाम से तकरीबन आठ लाख रुपए लिए थे. वहीं कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मी तापस घोष और संजीत कुमार के द्वारा कोलकाता में रिकॉर्ड से पेपर गायब किया जाता था. जमीन संबंधित रिकॉर्ड से खाली पेपर निकाल कर ये आरोपियों अफसर और सद्दाम तक पहुंचाते थे. इसके बाद उन्हीं पेपर पर फर्जी तरीके से मो इरशाद फर्जी डीड तैयार करता था. तापस घोष ने कागजातों के बदले 21 लाख और संजीत कुमार ने 8 लाख रुपए मो. सद्दाम से लिए थे.

हेमंत सोरेन से जुड़ी जमीन का भी बना था फर्जी पेपर, फोरेंसिक से खुला राज

ईडी ने जांच में पाया था कि हेमंत सोरेन के कथित 8.96 एकड़ जमीन के दो प्लॉट का भी फर्जी दस्तावेज बना था. इन दो फर्जी प्लॉट की डीड का मिलान, बरियातू के चेशायर होम रोड की 4.83 एकड़ जमीन के फर्जी डीड से कराया गया. जांच में फोरेंसिक टीम ने पाया कि बरियातू जमीन के पेपर, हेमंत सोरेन की जमीन के दो पेपर और मो इरशाद को हैंडराइटिंग एक ही हैं. फॉरेंसिक रिपोर्ट में फर्जीवाड़े की पोल खुलने के बाद मो. इरशाद को समन भेजा गया था.

शुक्रवार को अदालत में किया जाएगा पेश

गिरफ्तार तापस, संजीत और इरसाद अख्तर को शुक्रवार को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. जहां ईडी अदालत से तीनों को रिमांड पर लेने के लिए आग्रह करेगी, रिमांड मिलने पर तीनों से जमीन घोटाले में पूछताछ की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः

ईडी का खुलासा: ट्रांसफर पोस्टिंग और जमीन विवाद उत्पन्न कर जेएमएम नेता ने की कमाई

फर्जी कागजातों के जरिये लिखी गई जमीन घोटाले की पटकथा, राजनेता, अफसर से लेकर जमीन माफिया ने की अकूत कमाई
लैंड स्कैम मामले में 1.25 करोड़ जब्त, बैंक में जमा 3.56 करोड़ वाला अकाउंट फ्रीज, मनरेगा घोटाला मामले में भी ईडी ने की कार्रवाई

रांचीः जमीन घोटाला से जुड़े कोलकाता कनेक्शन का ईडी ने पर्दाफाश कर दिया है. रांची लैंड स्कैम से जुड़े मामले में ईडी ने तीन महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं. गिरफ्तार आरोपियों में दो कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस के कर्मी हैं, जबकि एक हजारीबाग कोर्ट का कर्मी है.

कौन कौन हुए गिरफ्तार

राजधानी रांची में जमीन को कब्जाने के लिए कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय में कागजात तैयार किए जाते थे. गुरुवार देर रात ईडी के द्वारा इस नेटवर्क में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. तीनों की गिरफ्तारी की पुष्टि ईडी सूत्रों ने की है. जानकारी के अनुसार जमीन घोटाला मामले में फर्जी कागजात बनाने में शामिल कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस के सफाईकर्मी संजीत और कोलकाता रजिस्ट्रार ऑफिस के ही तापस घोष को गिरफ्तार किया गया है.

वहीं झारखंड के हजारीबाग कोर्ट के कर्मी इरशाद अख्तर को गिरफ्तार किया गया है. तीनों की गिरफ्तारी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े जमीन घोटाला के मामले में हुई है. ईडी ने गुरुवार को तीनों को समन देकर रांची स्थित जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए तलब किया था. कई घंटों चली पूछताछ के बाद ईडी ने गुरुवार की देर रात तीनों की गिरफ्तार कर लिया.

क्या थी तीनों आरोपियों की भूमिका

ईडी ने जांच में पाया है कि हजारीबाग का कोर्ट कर्मचारी मो. इरशाद के द्वारा फर्जी डीड की राइटिंग की जाती थी. इरशाद ने फर्जी डीड राइटिंग के एवज में पूर्व से जेल में बंद मास्टरमाइंड अफसर अली और सद्दाम से तकरीबन आठ लाख रुपए लिए थे. वहीं कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मी तापस घोष और संजीत कुमार के द्वारा कोलकाता में रिकॉर्ड से पेपर गायब किया जाता था. जमीन संबंधित रिकॉर्ड से खाली पेपर निकाल कर ये आरोपियों अफसर और सद्दाम तक पहुंचाते थे. इसके बाद उन्हीं पेपर पर फर्जी तरीके से मो इरशाद फर्जी डीड तैयार करता था. तापस घोष ने कागजातों के बदले 21 लाख और संजीत कुमार ने 8 लाख रुपए मो. सद्दाम से लिए थे.

हेमंत सोरेन से जुड़ी जमीन का भी बना था फर्जी पेपर, फोरेंसिक से खुला राज

ईडी ने जांच में पाया था कि हेमंत सोरेन के कथित 8.96 एकड़ जमीन के दो प्लॉट का भी फर्जी दस्तावेज बना था. इन दो फर्जी प्लॉट की डीड का मिलान, बरियातू के चेशायर होम रोड की 4.83 एकड़ जमीन के फर्जी डीड से कराया गया. जांच में फोरेंसिक टीम ने पाया कि बरियातू जमीन के पेपर, हेमंत सोरेन की जमीन के दो पेपर और मो इरशाद को हैंडराइटिंग एक ही हैं. फॉरेंसिक रिपोर्ट में फर्जीवाड़े की पोल खुलने के बाद मो. इरशाद को समन भेजा गया था.

शुक्रवार को अदालत में किया जाएगा पेश

गिरफ्तार तापस, संजीत और इरसाद अख्तर को शुक्रवार को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. जहां ईडी अदालत से तीनों को रिमांड पर लेने के लिए आग्रह करेगी, रिमांड मिलने पर तीनों से जमीन घोटाले में पूछताछ की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः

ईडी का खुलासा: ट्रांसफर पोस्टिंग और जमीन विवाद उत्पन्न कर जेएमएम नेता ने की कमाई

फर्जी कागजातों के जरिये लिखी गई जमीन घोटाले की पटकथा, राजनेता, अफसर से लेकर जमीन माफिया ने की अकूत कमाई
लैंड स्कैम मामले में 1.25 करोड़ जब्त, बैंक में जमा 3.56 करोड़ वाला अकाउंट फ्रीज, मनरेगा घोटाला मामले में भी ईडी ने की कार्रवाई

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.