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केजरीवाल की गिरफ्तारी पर ED का दावा- हमारे पास पर्याप्त सुबूत, घोटाले के समय 170 फोन नष्ट किए गए - ED affidavit in supreme court

Delhi Liquor Policy Scam: ईडी ने दावा किया है कि दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़े पैमाने पर सुबूतों से छेड़छाड़ हुई है. ईडी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया. इसमें कहा कि घोटाले की अवधि के दौरान लगभग 170 मोबाइल फोनों को नष्ट किया गया. बता दें कि केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 25, 2024, 10:05 AM IST

Updated : Apr 25, 2024, 10:13 AM IST

नई दिल्लीः ईडी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया. इसमें कहा कि दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ पैमाने में सुबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई है. घोटाले की अवधि के दौरान लगभग 170 मोबाइल फोनों को नष्ट किया गया. बता दें कि केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इस पर सुनवाई करते हुए ईडी को 24 अप्रैल तक जवाब देने के लिए कहा था. अगली सुनवाई की तारीख 29 अप्रैल तय की थी.

हलफनामे में ईडी ने यह भी कहा है कि केजरीवाल को नौ बार समन दिया गया, लेकिन वो बचते रहे. जब हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगाया, तब उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया. ईडी ने इस आरोप को गलत बताया कि केजरीवाल की गिरफ्तारी का समय राजनीति से प्रेरित था. ईडी ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी पर्याप्त सुबूतों के आधार पर हुई और चुनाव की अखंडता से कोई समझौता नहीं किया गया था.

सुबूतों के आधार पर की गई गिरफ्तारी
ईडी ने कहा कि किसी भी आरोपित व्यक्ति की गिरफ्तारी सुबूतों के आधार पर ही की जाती है, भले ही वह किसी भी पद पर क्यों न हो. हलफनामे में आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले राजनेताओं को गिरफ्तारी से छूट देने के विरोध में कहा गया कि यदि ऐसा किया जाए तो इससे चुनावी प्रक्रिया की अखंडता कमजोर हो जाएगी. इसमें कहा गया कि सुबूतों के आधार पर आरोपित की गिरफ्तारी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांतों का उल्लंघन नहीं करती है.

प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी कहा कि सबूतों से छेड़छाड़ की संभावना है. उदाहरण के तौर पर, इसमें कहा गया है कि घोटाले की अवधि के दौरान 36 व्यक्तियों द्वारा 170 सेलफोन बदल दिए गए और नष्ट कर दिए गए. बता दें कि ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से किए गए आबकारी घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है.

AAP की भी आई प्रतिक्रया
ईडी के हलफनामे पर आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया सामने आई है. आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी भाजपा के इशारे पर सिर्फ "झूठ उगलने वाली मशीन" है. आप ने कहा, ''भाजपा अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकना चाहती है...यह ईडी की जांच नहीं है, यह भाजपा की जांच है.'' आप ने कहा कि ईडी बीजेपी के राजनीतिक सहयोगी की तरह काम कर रही है. इसमें कहा गया है कि एजेंसी के पास केजरीवाल और गिरफ्तार किए गए अन्य नेताओं के खिलाफ कोई सबूत नहीं है.

ये भी पढ़ेंः ईडी के समन से बचने के मामले में दिल्ली कोर्ट ने CM केजरीवाल को जवाब दाखिल करने का समय दिया

नई दिल्लीः ईडी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया. इसमें कहा कि दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ पैमाने में सुबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई है. घोटाले की अवधि के दौरान लगभग 170 मोबाइल फोनों को नष्ट किया गया. बता दें कि केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इस पर सुनवाई करते हुए ईडी को 24 अप्रैल तक जवाब देने के लिए कहा था. अगली सुनवाई की तारीख 29 अप्रैल तय की थी.

हलफनामे में ईडी ने यह भी कहा है कि केजरीवाल को नौ बार समन दिया गया, लेकिन वो बचते रहे. जब हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगाया, तब उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया. ईडी ने इस आरोप को गलत बताया कि केजरीवाल की गिरफ्तारी का समय राजनीति से प्रेरित था. ईडी ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी पर्याप्त सुबूतों के आधार पर हुई और चुनाव की अखंडता से कोई समझौता नहीं किया गया था.

सुबूतों के आधार पर की गई गिरफ्तारी
ईडी ने कहा कि किसी भी आरोपित व्यक्ति की गिरफ्तारी सुबूतों के आधार पर ही की जाती है, भले ही वह किसी भी पद पर क्यों न हो. हलफनामे में आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले राजनेताओं को गिरफ्तारी से छूट देने के विरोध में कहा गया कि यदि ऐसा किया जाए तो इससे चुनावी प्रक्रिया की अखंडता कमजोर हो जाएगी. इसमें कहा गया कि सुबूतों के आधार पर आरोपित की गिरफ्तारी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांतों का उल्लंघन नहीं करती है.

प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी कहा कि सबूतों से छेड़छाड़ की संभावना है. उदाहरण के तौर पर, इसमें कहा गया है कि घोटाले की अवधि के दौरान 36 व्यक्तियों द्वारा 170 सेलफोन बदल दिए गए और नष्ट कर दिए गए. बता दें कि ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से किए गए आबकारी घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है.

AAP की भी आई प्रतिक्रया
ईडी के हलफनामे पर आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया सामने आई है. आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी भाजपा के इशारे पर सिर्फ "झूठ उगलने वाली मशीन" है. आप ने कहा, ''भाजपा अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकना चाहती है...यह ईडी की जांच नहीं है, यह भाजपा की जांच है.'' आप ने कहा कि ईडी बीजेपी के राजनीतिक सहयोगी की तरह काम कर रही है. इसमें कहा गया है कि एजेंसी के पास केजरीवाल और गिरफ्तार किए गए अन्य नेताओं के खिलाफ कोई सबूत नहीं है.

ये भी पढ़ेंः ईडी के समन से बचने के मामले में दिल्ली कोर्ट ने CM केजरीवाल को जवाब दाखिल करने का समय दिया

Last Updated : Apr 25, 2024, 10:13 AM IST
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