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अलकायदा का झारखंड मॉड्यूल तैयार कर रहा था डॉ. इश्तियाक, कटकी के संपर्क में आकर बनाई थी योजना

झारखंड से गिरफ्तार डॉ इश्तियाक कटकी के संपर्क में आने के बाद अलकायदा का झारखंड मॉड्यूल तैयार कर रहा था.

Al Qaeda Jharkhand module
झारखंड एटीएस का लोगो (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 3 hours ago

रांची: झारखंड के डॉक्टर इश्तियाक से जुड़े अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) मॉड्यूल की जांच तेजी से चल रही है. जांच टीम ने संदिग्ध आतंकियों से बरामद डिजिटल साक्ष्यों की फोरेंसिक रिपोर्ट भी हासिल कर ली है, जिसमें कई अहम बातें सामने आई हैं. यह भी पता चला है कि अब्दुल रहमान कटकी के संपर्क में आने के बाद ही डॉक्टर का अलकायदा की ओर झुकाव हुआ था.

एक दर्जन से अधिक की तलाश, कुछ को नोटिस भी जारी

झारखंड में अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) का विस्तृत मॉड्यूल तैयार किया जा रहा था. झारखंड के विभिन्न इलाकों के एक दर्जन से अधिक युवकों को आतंकी संगठन से जोड़ा जा रहा था. इस मामले में जब दिल्ली पुलिस और झारखंड पुलिस ने झारखंड समेत कई अन्य राज्यों में छापेमारी की, तो कुछ स्लीपर सेल अंडरग्राउंड हो गए, लेकिन जिनके बारे में झारखंड एटीएस को जानकारी मिली है, उन्हें भी एटीएस ने नोटिस जारी किया है.

जानकारी देते झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा (ईटीवी भारत)

झारखंड में अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) का विस्तृत मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है, इसका खुलासा तब हुआ जब रेडियोलॉजिस्ट डॉ इश्तियाक समेत चार संदिग्धों से कई बार पूछताछ की गयी. सभी संदिग्धों को दिल्ली पुलिस की टीम तीन सितंबर को फील्ड वेरिफिकेशन के लिए रांची के चान्हो लेकर आयी थी.

रेडियोलॉजिस्ट डॉ इश्तियाक से पूछताछ में झारखंड एटीएस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. एटीएस के मुताबिक रांची के चान्हो, लोहरदगा के कुडू और हजारीबाग के करीब एक दर्जन लोग अलकायदा से जुड़े हैं. इन लोगों को ट्रेनिंग के लिए राजस्थान भेजने की तैयारी थी, लेकिन छापेमारी के बाद सभी अंडरग्राउंड हो गये. हालांकि गिरफ्तार संदिग्धों ने पूछताछ में सभी युवकों के नाम-पते की जानकारी भी दी है. एटीएस की टीम ने उन लोगों का वेरिफिकेशन कर लिया है, लेकिन फिलहाल उनके नाम गुप्त रखे गये हैं.

एटीएस एसपी ऋषभ झा के मुताबिक मामले में कई संदिग्धों को रडार पर रखा गया है, कुछ को पूछताछ के लिए नोटिस भी दिया गया है. इससे पहले दिल्ली पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि अलकायदा मॉड्यूल का नेतृत्व रांची का डॉ इश्तियाक नामक व्यक्ति कर रहा था. देश के अंदर खिलाफत का एलान करने और गंभीर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की उसकी मंशा थी.

जब्त कंप्यूटर व अन्य की जांच पूरी

एटीएस एसपी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने डॉ. इश्तियाक व अन्य संदिग्धों से लैपटॉप, मोबाइल व अन्य सामान जब्त किया था. इन सभी जब्त सामानों की एफएसएल जांच पूरी हो चुकी है. जांच में कई अहम जानकारियां मिली हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

कटकी के जरिए संगठन से जुड़ा था

यह भी स्पष्ट हो गया है कि डॉक्टर इश्तियाक अलकायदा से कैसे जुड़ा. कटकी के कोर ग्रुप से डॉक्टर अब्दुल रहमान अलकायदा के संपर्क में आया था. वह करीब पांच साल से डॉक्टर कटकी के ग्रुप के संपर्क में था. फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद आतंकी कटकी व डॉक्टर इश्तियाक के बारे में सुरक्षा एजेंसियां ​​अभी भी जांच कर रही हैं.

वर्ष 2010 के बाद कटकी ने जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग समेत झारखंड के कई शहरों का दौरा किया. वह इन शहरों में भाषणों के जरिए लोगों को प्रभावित करता था, जिसके बाद उसने सैकड़ों लोगों को कट्टरपंथी बनाया और उन्हें स्लीपर सेल से जोड़ा. 18 जनवरी 2016 को कटकी को पहली बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेवात से गिरफ्तार किया था. कटकी की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह झारखंड से कई बच्चों को कटक ले गया था, जहाँ उन्हें धार्मिक शिक्षा के नाम पर जिहाद के लिए उकसाया जाता था.

अबु सुफियान को लेकर जांच

झारखंड के चतरा जिले का रहने वाला अबू सुफियान भी 2009-10 में अलकायदा से जुड़ा था. अबू सुफियान अभी भी फरार है. बताया जाता है कि अलकायदा के ट्रेनिंग कैंप में जाने के बाद से उसका पता नहीं चल पाया है. इसके अलावा डॉ. सबील और अब्दुल रहमान कटकी जमशेदपुर से जुड़े थे. इनका संपर्क पाकिस्तान, ईरान और तुर्की से संचालित आतंकी संगठनों के प्रमुख लोगों से है.

झारखंड एटीएस की टीम इस बात की जांच कर रही है कि डॉ. इश्तियाक का अबू सुफियान से कोई संबंध था या नहीं. झारखंड एटीएस अफसरों के मुताबिक पुराने सभी मामलों की जांच की जा रही है. पूरे मामले की जांच का दायरा काफी बड़ा हो गया है, जानकारी सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

विदेशी कनेक्शन की जांच

झारखंड एटीएस एसपी ने बताया कि झारखंड के डॉ. इश्तियाक से जुड़े अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) मॉड्यूल के हैंडलर का पता लगाने की जांच की जा रही है. अभी तक पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है. इस बारे में और विस्तृत जांच की जा रही है.

24 अगस्त को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार

24 अगस्त को दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस की टीम ने झारखंड और अन्य राज्यों में 16 जगहों पर छापेमारी कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. राजस्थान के भिवाड़ी से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. सभी झारखंड के रहने वाले हैं. रांची से गिरफ्तार किए गए लोगों में डॉ. इश्तियाक अहमद, मतीउर रहमान, रिजवान बाबर, फैजान अहमद और अन्य शामिल हैं.

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एक दर्जन से अधिक की तलाश, कुछ को नोटिस भी जारी

झारखंड में अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) का विस्तृत मॉड्यूल तैयार किया जा रहा था. झारखंड के विभिन्न इलाकों के एक दर्जन से अधिक युवकों को आतंकी संगठन से जोड़ा जा रहा था. इस मामले में जब दिल्ली पुलिस और झारखंड पुलिस ने झारखंड समेत कई अन्य राज्यों में छापेमारी की, तो कुछ स्लीपर सेल अंडरग्राउंड हो गए, लेकिन जिनके बारे में झारखंड एटीएस को जानकारी मिली है, उन्हें भी एटीएस ने नोटिस जारी किया है.

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रेडियोलॉजिस्ट डॉ इश्तियाक से पूछताछ में झारखंड एटीएस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. एटीएस के मुताबिक रांची के चान्हो, लोहरदगा के कुडू और हजारीबाग के करीब एक दर्जन लोग अलकायदा से जुड़े हैं. इन लोगों को ट्रेनिंग के लिए राजस्थान भेजने की तैयारी थी, लेकिन छापेमारी के बाद सभी अंडरग्राउंड हो गये. हालांकि गिरफ्तार संदिग्धों ने पूछताछ में सभी युवकों के नाम-पते की जानकारी भी दी है. एटीएस की टीम ने उन लोगों का वेरिफिकेशन कर लिया है, लेकिन फिलहाल उनके नाम गुप्त रखे गये हैं.

एटीएस एसपी ऋषभ झा के मुताबिक मामले में कई संदिग्धों को रडार पर रखा गया है, कुछ को पूछताछ के लिए नोटिस भी दिया गया है. इससे पहले दिल्ली पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि अलकायदा मॉड्यूल का नेतृत्व रांची का डॉ इश्तियाक नामक व्यक्ति कर रहा था. देश के अंदर खिलाफत का एलान करने और गंभीर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की उसकी मंशा थी.

जब्त कंप्यूटर व अन्य की जांच पूरी

एटीएस एसपी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने डॉ. इश्तियाक व अन्य संदिग्धों से लैपटॉप, मोबाइल व अन्य सामान जब्त किया था. इन सभी जब्त सामानों की एफएसएल जांच पूरी हो चुकी है. जांच में कई अहम जानकारियां मिली हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

कटकी के जरिए संगठन से जुड़ा था

यह भी स्पष्ट हो गया है कि डॉक्टर इश्तियाक अलकायदा से कैसे जुड़ा. कटकी के कोर ग्रुप से डॉक्टर अब्दुल रहमान अलकायदा के संपर्क में आया था. वह करीब पांच साल से डॉक्टर कटकी के ग्रुप के संपर्क में था. फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद आतंकी कटकी व डॉक्टर इश्तियाक के बारे में सुरक्षा एजेंसियां ​​अभी भी जांच कर रही हैं.

वर्ष 2010 के बाद कटकी ने जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग समेत झारखंड के कई शहरों का दौरा किया. वह इन शहरों में भाषणों के जरिए लोगों को प्रभावित करता था, जिसके बाद उसने सैकड़ों लोगों को कट्टरपंथी बनाया और उन्हें स्लीपर सेल से जोड़ा. 18 जनवरी 2016 को कटकी को पहली बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेवात से गिरफ्तार किया था. कटकी की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह झारखंड से कई बच्चों को कटक ले गया था, जहाँ उन्हें धार्मिक शिक्षा के नाम पर जिहाद के लिए उकसाया जाता था.

अबु सुफियान को लेकर जांच

झारखंड के चतरा जिले का रहने वाला अबू सुफियान भी 2009-10 में अलकायदा से जुड़ा था. अबू सुफियान अभी भी फरार है. बताया जाता है कि अलकायदा के ट्रेनिंग कैंप में जाने के बाद से उसका पता नहीं चल पाया है. इसके अलावा डॉ. सबील और अब्दुल रहमान कटकी जमशेदपुर से जुड़े थे. इनका संपर्क पाकिस्तान, ईरान और तुर्की से संचालित आतंकी संगठनों के प्रमुख लोगों से है.

झारखंड एटीएस की टीम इस बात की जांच कर रही है कि डॉ. इश्तियाक का अबू सुफियान से कोई संबंध था या नहीं. झारखंड एटीएस अफसरों के मुताबिक पुराने सभी मामलों की जांच की जा रही है. पूरे मामले की जांच का दायरा काफी बड़ा हो गया है, जानकारी सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

विदेशी कनेक्शन की जांच

झारखंड एटीएस एसपी ने बताया कि झारखंड के डॉ. इश्तियाक से जुड़े अलकायदा के इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) मॉड्यूल के हैंडलर का पता लगाने की जांच की जा रही है. अभी तक पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है. इस बारे में और विस्तृत जांच की जा रही है.

24 अगस्त को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार

24 अगस्त को दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस की टीम ने झारखंड और अन्य राज्यों में 16 जगहों पर छापेमारी कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. राजस्थान के भिवाड़ी से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. सभी झारखंड के रहने वाले हैं. रांची से गिरफ्तार किए गए लोगों में डॉ. इश्तियाक अहमद, मतीउर रहमान, रिजवान बाबर, फैजान अहमद और अन्य शामिल हैं.

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