पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में स्थित ससून अस्पताल से एक बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि, इस अस्पताल के डॉक्टर रात में बेसहारा मरीजों को उनके हाल पर छोड़कर चले जाते हैं. इस विषय को वंचित बहुजन अघाड़ी के कार्यकर्ता रितेश गायकवाड़ और दादासाहेब गायकवाड़ ने उठाया था. येरवडा पुलिस स्टेशन में डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस मामले को लेकर डॉ आदि कुमार को निलंबित कर दिया गया है. खबर के मुताबिक, इस अस्पताल में बाहर से आए मरीज को डॉक्टर सूनसान जगह पर छोड़ आया था.
मामला का खुलासा कैसे हुआ?
जानकारी के मुताबिक, दादासाहेब गायकवाड़ शहर के बेसहारा मरीजों की सेवा करते हैं. वह सडकों पर बेघर बीमार व्यक्तियों को वे उपचार के लिए ससून में भर्ती करते हैं. उन्होंने मामले की तह तक जाने के लिए स्टिंग ऑपरेशन शुरू किया. उन्होंने पिछले कई दिनों से रितेश गायकवाड़ के साथ ससून के बाहर निरीक्षण शुरू किया था. एक पूरे मामले का खुलासा हो गया. जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर एक मरीज को सुनसान जगह पर छोड़ने जा रहा था. जानकारी के मुताबिक, मरीज मध्यप्रदेश के 32 वर्षीय निलेश बताया जा रहा है.
सुनसान जगह पर छोड़ा मरीज
जानकारी के मुताबिक, मरीज को डॉ आदि कुमार और उसका एक साथी ने विश्रांतवाड़ी में एक घने बरगद के पेड़ के नीचे छोड़ दिया. बाद में उस बेसहारा मरीज को पुलिस की मदद से सामाजिक कार्यकर्ता गायकवाड़ ने इलाज के लिए फिर से ससून में भर्ती कराया. साथ ही उन्होंने यरवदा थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई.
खबर मिली थी कि, पिछले कुछ दिनों से ससून अस्पताल में लाचार मरीजों को सही इलाज नहीं मिल रहा है. साथ ही डॉक्टर ही उनका इलाज करने की बजाय उन्हें बाहर छोड़ दे रहे हैं. रितेश और दादासाहेब गायकवाड़ ने कहा कि, यह बेहद गंभीर विषय है और इस मामले की जांच होनी चाहिए. वहीं, इस तरह के मामले सामने आने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है.
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