बस्तर: छत्तीसगढ़ में 30 जनवरी को सुकमा में संयुक्त पुलिस बल पर नक्सलियों ने हमला किया था. इस मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए और 14 जवान घायल हो गए थे. जिसके बाद आज बुधवार को छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा और अन्य पुलिस अधिकारी नवीन कैम्प टेकलगुड़ेम पहुंचे. जहां उन्होंने नक्सलियों से मुठभेड़ में शामिल जवानों से मुलाकात की. अधिकारियों ने जवानों से रूबरू होकर उनकी हौसला अफजाई की.
डीजीपी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे टेकलगुड़ेम: पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अतिरिक्त महानिदेशक सीआरपीएफ मध्य जोन अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल अभियान विवेकानंद सिन्हा समेत कई आला अधिकारी टेकेलगुड़ा पहुंचे.
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया, "विजिट के दौरान कैम्प में मौजूद जवानों से बातचीत करने पर पता चला कि नक्सलियों के बटालियन नंबर 01 के द्वारा जवानों को भारी नुकसान पहुंचाने की नीयत से 30 जनवरी को नक्सलियों ने हमला किया. जवानों की बहादुरी, सूझबूझ और समझदारी से करीबन 04 घंटे तक मुठभेड़ चली. इस मुठभेड़ में 07-08 माओवादियों को मारे जाने और करीबन 15-16 माओवादियों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी है."
क्षेत्र की जनता को नक्सल समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए सुरक्षा बल ने संकल्प ले रखा है. इस घटना के बाद भी पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा मजबूती से टेकलगुड़ेम गांव में नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है - अशोक जुनेजा, पुलिस महानिदेशक, छत्तीसगढ़
दरअसल, 30 जनवरी को सुकमा जिले के थाना जगरगुण्डा अंतर्गत ग्राम टेकलगुड़ेम में नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया. जिसका उद्देश्य नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाना है.